ओलंपिक और कॉमनवेल्थ में जीतने वाले भारतीय पहलवानों के भारतीय कुश्ती महासंघ (wrestling federation of india) पर गंभीर आरोप लगाने के बाद 18 जनवरी से शुरू होने वाले महिला राष्ट्रीय कुश्ती प्रशिक्षण शिविर (Women National Wrestling Coaching camp) को रद्द कर दिया है. साथ ही केंद्रीय खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ से स्पष्टीकरण भी मांगा है.
केंद्रीय खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ से आरोपों को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है, महासंघ को अगले 72 घंटों के अंदर जवाब देने का निर्देश दिया गया है. मंत्रालय ने कहा कि, "चूंकि यह एथलीटों की भलाई से संबंधित मामला है, इसलिए मंत्रालय ने इस मामले को बहुत गंभीरता से लिया है."
मंत्रालय ने आगे कहा है कि, अगर भारतीय कुश्ती महासंघ अगले 72 घंटों के अंदर जवाब नहीं देता है, तो मंत्रालय राष्ट्रीय खेल विकास संहिता, 2011 के प्रावधानों के तहत महासंघ के खिलाफ कार्रवाई शुरू करेगा.
महिला राष्ट्रीय कुश्ती प्रशिक्षण शिविर, 18 जनवरी, 2023 से लखनऊ में भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (NCOE) में शुरू होने वाला था, जिसे रद्द कर दिया गया है. बता दें कि, यहां 41 पहलवान और 13 कोच और सहायक कर्मचारियों को आने के लिए कहा गया था.
लेकिन अब NCOE के कार्यकारी निदेशक को निर्देश दिए गए हैं कि, जितनी भी महिला पहलवान लखनऊ के कैंप में पहुंच चुकी हैं या पहुंचने वाली हैं उन्हें सारी सुविधाएं दी जाए जब तक कि वे कैंप से निकल न जाए. इस कैंप के रद्द होने की सूचना सभी तक पहुंचा दी गई है.
बता दें कि, पहलवान विनेश फोगाट ने आरोप लगाते हुए कहा था कि, "वे हमें लखनऊ में क्यों बुलाते हैं, उनका घर वहीं हैं, इसलिए उन्हें शोषण करने में आसानी होती हैं."
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