दक्षिणी कश्मीर के शोपियां में बुधवार सुबह भारतीय सेना के एक लेफ्टिनेंट उमर फयाज का शव मिला था. आतंकी शादी समारोह से उन्हें अगवा कर ले गए थे और गोलियों से छलनी कर दिया था. कुलगाम जिले के यारीपोरा गांव के सुरसानू के रहने वाले फयाज का शरीर बुधवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया.
22 साल के लेफ्टिनेंट फयाज कश्मीर के अखनूर में राजपूताना राइफल्स की यूनिट में तैनात थे.
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शोक जताते हुए कहा,
लेफ्टिनेंट उमर फयाज के बलिदान ने घाटी से आतंकवाद को खत्म करने की राष्ट्र की प्रतिबद्धता मजबूत की है. आतंकियों की ओर से लेफ्टिनेंट उमर फयाज का अपहरण कर उन्हें मारना डरपोक रवैया और कायरता है. जम्मू-कश्मीर का ये यंग ऑफिसर रोल मॉडल था.
फयाज एक सेब किसान अहमद पैरी का इकलौता बेटा था. वे अपने मां-बाप और दो बहनों के साथ रहते थे.
दक्षिण कश्मीर के कुलगाम से नेशनल डिफेंस एकेडमी में जाने वाला वो पहला लड़का था.
फयाज ने 2012 में जवाहर नवोदय विद्यालय ऐश्मुकम, अनंतनाग से अपनी पढ़ाई पूरी की. उसने नई दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से 2015 में ग्रैजुएशन किया. उसके बाद वो पुणे के पास नेशनल डिफेंस एकेडमी और देहरादून में इंडियन मिलिट्री एकेडमी में ट्रेनिंग के लिए गया.
फयाज को खेलों से बहुत लगाव था. वह एनडीए ट्रेनिंग के दिनों में हाॅकी टीम का हिस्सा था. उसे वाॅलीबाॅल खेलना भी पसंद था.
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