ग्रामीण इलाकों में ‘उलन मुकीर ट्रूप’ के साथ जाना...
16 जनवरी को चीनी नए साल से कुछ दिन पहले, जिसे मंगोलियाई भाषा में हैलोस के नाम से भी जाना जाता है, इसकी दस्तक चहार राइट रियर बैनर इलाके के प्रवेश द्वार, उलानचाप के ‘बैयान त्सागान’ कस्बे में सुनाई देने लगी थी.
इस मौके पर स्थानीय लोगों ने मंगोलियाई पारंपरिक कपड़े पहने और यहां आने वाले मेहमानों का हदा (गिफ्ट के रूप में इस्तेमाल किए जाने वाले रेशम के टुकड़े) के साथ स्वागत किया.यह खास मेहमान उलन मुकीर ट्रूप के सदस्य थे.
ट्रूप की परफॉर्मेंस एक स्थानीय व्यक्ति डेली गेल के घर पर हुई. सभी ने साथ मिलकर घर के एक कोने में अस्थायी स्टेज बना लिया.
शुरूआत में शानदार डांस परफॉर्मेंस ने माहौल में गरमी ला दी. इनमें पारंपरिक मंगोलियन लांग ट्यून, मंगोलियन डांस, ‘मोरिन खुर(घोड़े के सिर वाली सुरंगी )’ और खुमेई (मंगोलियाई गान) का प्रदर्शन किया गया. इन्हें देखकर दर्शक बहुत खुश हुए.
आयोजक डेली गेल और उनकी पत्नी पशुपालन करत हैं और उसी बाड़े में उनका घर है. आयोजन वाले दिन डेली गेल और उनका परिवार जल्दी जाग गया. उन्होंने सवेरे दूध वाली चाय और उबला हुआ मटन बनाया. आयोजक डेली का कहना था कि आर्ट ट्रूप के उनके घर आने की उन्हें बहुत खुशी है.
दंपत्ति के मुताबिक, उलन मुकीर आर्ट ट्रूप ने न सिर्फ शानदार परफॉर्मेंस दी, बल्कि स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर मेडिकल, साइंटिफिक, टेक्नोलॉजी, गरीबी उन्मूलन और कानूनी योजनाओं का अपनी कला के जरिए प्रचार किया.
उलन मुकीर का चहार में 55 साल का इतिहास है. यह जमीन से जुड़ा संगठन है, जो ग्रामीण और पशुपालन वाले इलाकों में मौजूद है.
अब इस ट्रूप में 39 मेंबर हैं. इनकी औसत उम्र 33 साल है. हर साल वे अपने बैनर तले 100 परफॉर्मेंस करवाते हैं. स्थानीय लोग प्यार से ट्रूप के बारे में कहते हैं “यह एक ऐसा कलामंच है जो घास के मैदानों में बसने वालो लोगों को एक-दूसरे के करीब लाता है.”
चीनी नववर्ष का पवित्र आग से स्वागत
चीनी कलेंडर के मुताबिक, 17 जनवरी 2020 को ‘ज़ियोनियान’ आता है , जो चीनी नए साल की शुरूआत करता है. मंगोलिया में इसी दिन आग का पूजन दिवस मनाया जाता है. इस त्योहार के पहले मंगोलियाई लोग नए प्रार्थना झंडे लगा देते हैं और आपस में मिलते-जुलते हैं. यह आने वाले साल में अच्छे भाग्य का प्रतीक होता है.
बैयन त्सागान शहर के तुमेन उलिजि के परिवार में सुबह सवेरे सभी पुरूष और महिलाएं अग्नि पूजन दिवस की तैयारियां कर रहे हैं. स्थानीय सरकार से मदद के साथ तुमेन उलिजि के दो बच्चे पशुपालन का काम करते हैं.
साथ में घास के मैदानों में बढ़ते पर्यटक रुझान से स्थानीय चरवाहे, ज्वालामुखी और घास के मैदानों से पैसा कमाने में कामयाब रहे हैं. इसके जरिए वे आरामदेह फॉर्म बनाने में कामयाब रहे. यह फॉर्म बड़ी संख्या में चीन से लोगों को आकर्षित करते हैं.
तुमेन उलिजि के घर से पांच किलोमीटर दूर मुरेन खुर चौराहे पर एक बड़े मंगोलियाई अग्नि त्योहार का आयोजन किया गया. यहां चहार कॉस्ट्यूम की प्रदर्शनी भी लगाई गई थी. त्योहार के कपड़े पहनकर स्थानीय लोगों ने पवित्र अग्नि को आहूति दी और अच्छी फसल के लिए प्रार्थना की.
गंगतुमुएर में चहार सांस्कृतिक केंद्र के वाइस प्रेसिडेंट कहते हैं, “हम मंगोलियाई लोग खानाबदोश हैं. हमारा प्रकृति के साथ करीबी नाता है. अग्नि पूजन त्योहार युवा लोगों को मंगोलियाई संस्कृति को अपनाने और प्रकृति के उपहार को अपनाए जाने मौका देता है.”
(ये कंटेंट बीजिंग स्थित China Pictoria ने दिया है.)
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