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Ladakh की घाटियों में कैसी है महिला चरवाहों की जिंदगी। Photos

Changthang women shepherds: चांगपा समाज में महिलाओं को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है. वे याक की रखवाली करने से लेकर तंबू लगाने तक सभी काम करती हैं.

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चांगपा (Changpa) तिब्बती (Tibbt) मूल का एक बंजारा मानव समुदाय है. ये भारत के लद्दाख (Ladakh) क्षेत्र के चांगथंग इलाके में बसते हैं. चांगपा देहाती खानाबदोश हैं, जो याक और भेड़ पालते हैं. नवंबर से मई तक लंबी सर्दियों के दौरान, वे अधिकतर अपने स्थान पर रहते हैं.

गर्मियों में वे अधिक ऊंचाई वाले चरागाह योग्य भूमि की ओर चले जाते हैं. चांगपा महिलाएं चराई के मौसम (मार्च या अप्रैल से अक्टूबर तक) के दौरान सभी प्रकार के कार्यों को मैनेज करती हैं, जिसमें तंबू लगाना, जलावन की लकड़ी ढोना, मवेशी चराना, बकरियों का दूध निकालना आदि शामिल हैं. चलिए जानते हैं कि ये समुदाय घाटी में कैसे अपना जीवन व्यतीत करते हैं...

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