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पितृपक्ष: गया से बनारस तक पूर्वजों का पिंडदान, उपराष्ट्रपति ने भी तर्पण किया| Photos
Pitru Paksha 2023: सनातन धर्म में पितरों की आत्मा की शांति के लिए गया में पिंडदान को एक अहम कर्मकांड माना जाता है.
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पितृ पक्ष (Pitru Paksha) हिंदू कैलेंडर में 16 चंद्र दिन की अवधि है जब हिंदू अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देते हैं, खासकर भोजन प्रसाद के माध्यम से. इस अवधि को पितृ पक्ष/पितृ-पक्ष, पितृ पोक्खो, सोरह श्राद्ध, कनागत, जितिया, महालया, अपरा पक्ष और अखाडपाक, पितृ पंढारावदा या पितृ पक्ष के नाम से भी जाना जाता है. तस्वीरों में देखिए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ समेत देश में लोगों ने किस तरह से पितरों की पूजा की.
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