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Pitru Paksha Mahalaya 2023: 'पितृ पक्ष' के आखिरी दिन, शनिवार, 14 अक्टूबर को 'महालया' के अवसर पर देश भर में लोगों ने अपने पूर्वजों के लिए 'तर्पण' किया. बता दें कि भाद्रपद महीने के कृष्णपक्ष के 15 दिन को 'पितृपक्ष' कहा जाता है. इस पखवारे में लोग अपने पूर्वजों की मृतात्माओं की मुक्ति के लिए पिंडदान करते हैं. सनातन धर्म में पितरों (पूर्वजों) की आत्मा की शांति और मुक्ति के लिए गया में पिंडदान को एक अहम कर्मकांड माना जाता है. बिहार का गया इसके लिए सर्वोत्तम स्थान माना गया है. आइये तस्वीरों में देखते हैं 'महालया' के अवसर पर देश भर के अलग-अलग हिस्सों में क्या हुआ.
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