21 अक्टूबर को NCRB यानी नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने अपनी रिपोर्ट जारी की. इसमें साल 2017 में देशभर में कितने अपराध दर्ज किए गए, उसका ब्योरा है. रिपोर्ट के मुताबिक, अपराधों के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे आगे है.
हैरान करने वाली बात ये है कि इस रिपोर्ट में लिंचिंग से जुड़ी घटनाओं का कोई डेटा नहीं है. हां, 'एंटी-नेशनल एलिमेंट्स' से हुए नुकसान के आंकड़ों को इस रिपोर्ट में जरूर शामिल किया गया है.
एक्सपर्ट्स को इस बात का मलाल है कि आंकड़े देर से जरूर आए लेकिन दुरुस्त नहीं आए. क्यों दुरुस्त नहीं आए, पॉडकास्ट में समझाएंगे पूर्व IPS अधिकारी योशवर्धन आजाद. आजाद ये भी बताएंगे कि आखिर विस्तृत रिपोर्ट न सामने आने की वजह क्या हो सकती है. इस पॉडकास्ट में यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह बताएंगे कि मॉब लिंचिंग से हुई मौतों के डेटा का न होना, क्या मायने रखता है.
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