पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और मिलिट्री लीडर परवेज मुशर्रफ जिन्होंने 1999 में नवाज शरीफ सरकार का तख्तापलट कर सत्ता हथिया ली थी. मुशर्रफ ने 2007 में भी संविधान को निलंबित किया था और पाकिस्तान में इमरजेंसी की घोषणा की थी. इस दौरान पाकिस्तान में 100 से ज्यादा जजों को बर्खास्त कर दिया गया. मुशर्रफ के बारे में ये भी कहा जाता है कि उन्होंने उस वक्त उठने वाली सभी आवाजों को खामोश कराने की भी कोशिश की.
इन्ही सब बातों की वजह से 2007 में मुशर्रफ तानाशाह की शक्ल में उभरे थे. और यही वजह हैं जो मुशर्रफ को देशद्रोह के आरोप में इस्लामाबाद की एक स्पेशल कोर्ट की 3 जजों की बेंच ने 17 दिसंबर को मौत की सजा सुनाई है.
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