ईवीएम यानी Electronic Voting Machine वो मशीन है जिसके जरिये ही हम अपना वोट कास्ट करते हैं. यानी पूरी चुनाव प्रक्रिया उसी पर टिकी है. तो उसमें जरा सी भी तकनीकी खामी का मतलब है पूरे चुनाव पर सवाल. ईवीएम से जुड़ी एक और चीज है- वोटर वेरीफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल यानी वीवीपैट.
वीवीपैट कागज की एक पर्ची है जो वोट डालने के तुरंत बाद मशीन में बनती है. उस पर जिस उम्मीदवार को वोट दिया गया है, उनका नाम और इलेक्शन सिंबल छपा होता है. ये इंतजाम इसलिए है कि किसी तरह की कॉन्ट्रोवर्सी होने पर ईवीएम में पड़े वोट के साथ पर्ची को मैच किया जा सके. यानी गड़बड़ी रोकने का पुख्ता इंतजाम.
आज हम आपको क्विंट की एक एक्सक्लूसिव रिपोर्ट के बारे में बताएंगे, जिसके मुताबिक ईवीएम और वीवीपैट में टेक्निकल ग्लिच है जो वोटिंग में हेरफेर या गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार हो सकती है.
द क्विंट की इनवेस्टिगेटिव रिपोर्टर पूनम अग्रवाल ने ये रिपोर्ट की है, जो हमे बताएंगी कि ईवीएम और वीवीपैट की इस जोड़ी में वो तकनीकी खराबी क्या है और उसके होने का मतलब क्या है?
तो EVM और VVPAT की इस तकनीकी खामी को समझने के लिए सुनिए- आज का हमारा बिग स्टोरी पॉडकास्ट.
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