इंटरनेशनल क्रिकेट में क्या महेंद्र सिंह धोनी की दिलचस्पी खत्म हो गई है? क्या अब उनका क्रिकेट खेलने का मन नहीं रहा. हम ऐसे सवाल इसलिए पूछ रहे हैं क्यों कि बीसीसीआई ने 16 जनवरी को अपनी सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट लिस्ट जारी की है जिसमें उनका नाम नहीं है. ऐसा इसलिए नहीं हुआ कि बीसीसीआई ने उनको नहीं चुना बल्कि ऐसा इसलिए हुआ है क्यों कि धोनी ने खुद को टीम के लिए अवेलेबल ही नहीं बताया.
इसका सीधा मतलब है धोनी या तो खुद को लगातार ब्रेक दे रहे हैं और अपने आप को फिर से उसी धुआंधार अंदाज में खेलने के लिए तैयार कर रहे हैं, या फिर अब वो सही में क्रिकेट नहीं खेलना चाहते, इसलिए वो ऐसा कर रहे हैं. धोनी के दिमाग में आखिर चल क्या रहा है?
एमएस धोनी को इंग्लैंड में खेले गए वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलते हुए आखिरी बार देखा गया था. पूरे वर्ल्ड कप में उनके प्रदर्शन को लेकर जमकर सवाल खड़े हुए थे कई लोग उनके धीमे खेल की वजह से नाराज भी हुए थे. लेकिन वर्ल्ड कप सेमीफाइनल के बाद से ही वो आराम के नाम से बाहर हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट से दूरी के सवाल पर महेंद्र सिंह धोनी ने नवंबर 2019 को कहा था कि ‘जनवरी तक मत पूछो’. लेकिन अब तो जनवरी भी पार होने वाला है और धोनी अभी भी गायब है.
ये साफ है टीम इंडिया के कैप्टन कूल कहे जाने वाले धोनी के दिमाग में कुछ न कुछ जरूर चल रहा है. क्यों कि जब वो मैदान पर होते थे तब भी कोई पता नहीं लगा पाता था कि उनके दिमाग में क्या चल रहा है. लेकिन वो अपने दिमाग में फैसले लेते हैं और उनको अमल में लाते हैं. और उनके फैसलों के सक्सेस रेट पर किसी को शक नहीं होना चाहिए.
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