पीएम नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच आज तमिलनाडु के महाबलीपुरम में शाम करीब 5 बजे मुलाकात हुई. चीनी राष्ट्रपति की भारत यात्रा काफी अहम है. हाल फिलहाल ढेर सारे ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर दोनों देशों के बीच पेंच फंसा हुआ है.
कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद दुनियाभर के लीडर्स बयान दे रहे हैं. जाहिर तौर पर कश्मीर जिनपिंग के दौरे का बड़ा मुद्दा है. इसके अलावा तिब्बत भी एक बड़ा मसला है. तिब्बत चीन के लिए उतना ही संवेदनशील मुद्दा है जितना कश्मीर भारत के लिए. पीएम मोदी को हाल में अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान कुछ विरोध प्रदर्शनों का सामना करना पड़ा था. भारत नहीं चाहता कि शी जिनपिंग के दौरे के दौरान ऐसा हो. दौरे से पहले करीब 42 तिब्बती कलाकारों और छात्रों को हिरासत और गिरफ्त में लिया गया है.
भारत, अरुणाचल प्रदेश में ऑपरेशन 'हिम विजय' नाम का युद्ध अभ्यास कर रहा है. इस इलाके में इतना बड़ा युद्ध अभ्यास शायद ही कभी हुआ है. 25 अक्टूबर तक चलने वाला ये युद्धाभ्यास LAC यानी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल से महज 100 किलोमीटर दूर हो रहा है. शी जिनपिंग और मोदी के बीच अनौपचारिक सम्मेलन के आसपास हो रहे इस युद्धाभ्यास को चीन उकसावे के तौर पर देख रहा है. खबरों के मुताबिक चीन इससे खफा है.
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