ADVERTISEMENTREMOVE AD

पॉडकास्ट | निजाम के खजाने का किस्सा, पाकिस्तान ने गंवाया हिस्सा 

पिछले 70 साल से चल रहे केस में 2 अक्टूबर को भारत के हक में सुनाया गया फैसला

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

हैदराबाद के आखिरी निजाम मीर उस्मान अली खान के पैसे को लेकर भारत-पाकिस्तान का जो विवाद यूके हाईकोर्ट में पिछले 70 साल से चल रहा था उसका फैसला 2 अक्टूबर को भारत के हक में सुनाया गया है.

विवाद ये था कि 1948 में हैदराबाद के निजाम की तरफ से करीब 1 मिलियन पाउंड ब्रिटेन में पाकिस्तान के हाई कमिश्नर रहीम तुल्ला को ट्रांसफर की गई थी. वो रकम अब 35 million pounds यानी करीब 306 करोड़ रुपए हो गई है. पिछले 70 सालों से निजाम के पोते मुकर्रम जाह, जिन्हें भारत का समर्थन हासिल था, वो इस कोशिश में लगे थे कि ये पैसा पाकिस्तान नहीं, उनको मिलना चाहिए. जी हां, विरासत की इस जंग में पाकिस्तान इस पैसे को क्लेम करने में जुटा था.

लेकिन इस खजाने पर किसी और की भी नजर थी. इस खजाने के पीछे की कहानी क्या है? सुनिए 'द बिग स्टोरी' पॉडकास्ट में.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×