जम्मू कश्मीर में पिछले साल हुए आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर ने पुलवामा जिले में कई किलोग्राम विस्फोटकों से भरी एक कार को सीआरपीएफ बसों के काफिले के बीच में ले जाकर टक्कर मार दी थी. धमाका इतना खतरनाक था कि एक बस के पूरे परखच्चे उड़ गए. आज पुलवामा हमले की पहली बरसी है, श्रीनगर में CRPF के लेथपोरा कैंप स्थित स्मारक पर पिछले साल पुलवामा हमले में जान गंवाने वाले 40 CRPF जवानों को श्रद्धांजलि दी गई.
लेकिन उन 40 शहीद सीआरपीएफ जवानों का परिवार आज भी उन वादों के पूरा होने का इंतज़ार कर रहा है जो सरकार ने उस वक्त किए थे. द क्विंट ने कुछ शहीदों के परिवार से बात की और ये समझने की कोशिश की कि उनका जीवन कितना बदल गया है. आज इस दर्दनाक घटना के एक साल बाद भी वो किस हालत में हैं?
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