साल 2020 में जिन घटनाओं से हम गुजरे हैं और कुल मिला कर जो सफर हमने तय किया है, वैसा अनुभव शायद ही कोई दोबारा करना चाहेगा. लेकिन फिर भी पिछले साल हुई ‘तब्दीलियां’ यानी परिवर्तन ने हमें बहुत कुछ सिखाया भी हैं. बाहर जाने की आजादी छीन गई, तो हमने घर में आजाद रहना सीखा... यानी वो काम सीख लिए जिनके लिए हम दूसरों की मदद पर निर्भर रहते थे.
इसीलिए उर्दूनामा के इस एपिसोड में हम बात करेंगे ‘तब्दीली’ शब्द पर और शायरों ने किन चीजों में परिवर्तन की कल्पना की है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)