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जाते-जाते US संसद में ‘बवाल’ करा लोकतंत्र पर दाग छोड़ गए ट्रंप

अमेरिका के इतिहास का सबसे काला दिन कहे जाने वाली इस 6 जनवरी 2021 की तारीख को जो कुछ हुआ वो आप को बताएंगे.

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रिपोर्ट और साउंड एडिटर: फबेहा सय्यद
असिस्टेंट एडिटर: मुकेश बौड़ाई
म्यूजिक: बिग बैंग फज

अमेरिका के इतिहास का सबसे काला दिन कहे जाने वाली इस 6 जनवरी 2021 की तारीख को जो कुछ हुआ वो आप को बताएंगे. अमेरिका में वाशिंगटन डीसी की कैपिटल बिल्डिंग यानी अमेरिकी संसद में ट्रम्प के समर्थक न सिर्फ घुसे बल्कि सब कुछ तबाह कर देने पर उतारू थे. इस दौरान नेशनल गार्ड तुरंत तैनाती संभाली और उनकी प्रदर्शनकारियों के साथ हिंसक झड़प हुई. सुरक्षाकर्मियों की लाख कोशिशों के बावजूद ट्रंप समर्थक संसद के अंदर घुस गए, यहां तक कि हथियारों से लैस इन लोगों ने स्पीकर की कुर्सी तक को कब्जे में ले लिया. इस दौरान बेकाबू भीड़ को रोकने के लिए अमेरिकी सुरक्षाकर्मियों ने गोलियां भी चलाईं, जिसमें 4 लोगों की मौत हो चुकी है.

अमेरिका में इस तरह का कुछ पिछले कई दशकों में न कभी देखा न सुना. लेकिन ये आखिर क्यों हुआ? ये हमला तब हुआ जब ट्रम्प ने समर्थकों की भीड़ से कैपिटल पर मार्च करने और अपनी नवंबर की चुनावी हार का बदला लेने का आग्रह किया. ट्रम्प के समर्थक जाहिर तौर पर ये चाहते थे कि वो इलेक्टेड प्रेसिडेंट जो बाइडेन के पक्ष में 2020 के चुनाव के सर्टिफिकेशन को रोक सकते हैं. लेकिन वो ऐसा कर नहीं पाए. अमेरिका की संसद ने राष्ट्रपति चुनाव के इलेक्टोरल कॉलेज रिजल्ट्स को स्वीकारते हुए जो बाइडेन के अगले राष्ट्रपति बनने का रास्ता साफ कर दिया है. और इस सब के बाद ट्रंप ने भी हार मान ली.

बिलकुल किसी फिल्म का सीन लगा. अमरीका की इस हॉलीवुड फिल्म, डेमोक्रेसी की अग्निपरीक्षा का क्लाइमैक्स होने जा रहा है. और इस में विल्लन का फ़ाइनल एक्ट किस तरह हमने देखा वो आज आपको इस पॉडकास्ट में बताएँगे.

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