दिल्ली एमसीडी के चुनाव की तारीख का ऐलान हो गया है. 22 अप्रेल को वोटिंग होगी और 25 अप्रैल को नतीजे आएंगे. जबकि 27 मार्च से नामांकन प्रक्रिया शुरु हो जाएगी.
उधर बीजेपी ने मंगलवार को दिल्ली एमसीडी चुनाव पर एक नया फैसला लिया है. बीजेपी ने वर्तमान पार्षदों के चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी है और नए उम्मीदवारों को मौका देने का ऐलान किया है. केजरीवाल सरकार बीते काफी समय से बीजेपी पर एमसीडी से जुड़े भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा रही है.
वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आगामी एमसीडी चुनावों में ईवीएम की जगह बैलट पेपर से चुनाव कराए जाने की मांग की है. सीएम केजरीवाल ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग को पत्र लिखकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है.
इसके साथ ही कांग्रेस नेता अजय माकन ने इस संबंध में चुनाव आयोग को पत्र लिखा है.
वहीं, दिल्ली में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने एमसीडी चुनावों के संबंध में ऐलान किया है कि बीजेपी नगर निगम चुनावों में नए प्रत्याशियों को मौका देगी. इसके साथ ही बीजेपी ने आगामी चुनावों में कैंडीडेट्स चुनते वक्त परिवारवाद से दूरी बनाने की बात कही है.
विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत के बाद विपक्ष ने उठाई मांग
पंजाब और गोवा में अपेक्षित परिणाम न मिलने के बाद आम आदमी पार्टी ने ईवीएम पर संदेह जाहिर किया है. पंजाब चुनाव में आम आदमी पार्टी को 117 में से 22 सीटें मिली हैं, जबकि गोवा में ‘आप’ अपना खाता भी नहीं खोल पाई है. इतना ही नहीं पार्टी के सीएम उम्मीदवार तक चुनाव हार गए.
इसके बाद से ही आम आदमी पार्टी नेता ईवीएम से होने वाले चुनाव पर सवाल उठा रहे हैं. इससे पहले बीएसपी चीफ मायावती ने भी ईवीएम पर सवाल उठाकर दोबारा बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग की थी, जिसको चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया था.
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