ADVERTISEMENTREMOVE AD

कैप्टन अमरिंदर ने कांग्रेस क्या छोड़ी, अपना किला ही ढह गया

Captain amarinder singh को पटियाला में हार का सामना करना पड़ा है. इस सीट पर उन्होंने 2002 से लगातार चार बार जीते थे

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

पंजाब (Punjab) के दो बार के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के बागी कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder singh) को हार का सामना करना पड़ा है. पटियाला सीट से पूर्व सीएम बुरी तरह हारे हैं. अमरिंदर के लिए ये नतीजे किसी डरावने सपने से कम नहीं हैं. पहले तो कांग्रेस से विदाई और फिर अलग पार्टी पार्टी बनाई.

अमरिंदर सिंह 19 हजार से ज्यादा मार्जिन से हार गए हैं. अपने गढ़ पटियाला से उन्हें हार का सामना करना पड़ा है. इस सीट पर उन्होंने 2002 से लगातार चार बार जीत हासिल की है. कैप्टन अमरिंदर को आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अजीतपाल सिंह कोहली ने हराया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) बीजेपी और अकाली दल के बागी शिअद (संयुक्त) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था.

मतगणना से एक दिन पहले, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पूरा विश्वास जताते हुए कहा था कि उन्हें पंजाब के लोगों द्वारा अपनी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दल-संयुक्त सहित गठबंधन सहयोगियों के पक्ष में सकारात्मक फैसले की उम्मीद है, लेकिन जनता ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया और उनके अपने गढ़ में ही हार का सामना करना पड़ा

0

AAP की आंधी में अमरिंदर ढेर

कैप्टन कांग्रेस से हटकर अपनी अलग पार्टी बनाकर चुनाव लड़ रहे हैं. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 2017 में आम आदमी पार्टी के डॉ. बलबीर सिंह को 52407 मतों के अंतर से हराया था. 2017 में यहां कुल 68.29 प्रतिशत वोट पड़े थे.

पंजाब चुनाव के नतीजों की मानें तो अभी शुरुआती रुझानों में कांग्रेस 16 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है. कांग्रेस के सीएम उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी भी अपनी दोनों सीटों से पीछे चल रहे हैं. इसके अलावा खुद नवजोत सिंह सिद्धू भी अपनी सीट से करीब 5 हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं. सिद्धू अमृतसर ईस्ट से चुनावी मैदान में हैं. यहां से आम आदमी पार्टी के जीवन ज्योत कौरा 22012 वोटों के साथ पहले स्थान पर हैं. जबकि, 17745 वोटों के साथ नवजोत सिंह सिद्धू दूसरे स्थान पर हैं.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×