एएफसी एशियन कप 2024 (AFC Asian Cup 2024) में भारत की फुटबॉल टीम शनिवार, 13 जनवरी को पहला मुकाबला खेलेगी. भारतीय टीम का पहला मुकाबला ग्रुप की सबसे मजबूत टीम ऑस्ट्रेलिया से होगा. यह टूर्नामेंट भारतीय टीम के लिए बहुत अहम है.
चलिए आपको हम यहां बताते हैं कि भारत का मौजूदा फॉर्म कैसा है? अबतक एएफसी एशियन कप में उसका परफॉरमेंस कैसा रहा है? उसके मुकाबले किस-किस टीमों से हैं? उसके उम्मीदों को किन नामों से पर लगे हैं?
कैसी फॉर्म में है टीम इंडिया?
हाल में भारतीय फुटबॉल टीम शानदार प्रदर्शन कर रही है. साल 2022 में एएफसी एशियन कप के क्वालीफायर मुकाबले में भारत ने कंबोडिया को 2-0 और अफगानिस्तान को 2-1 से हराकर लगातार दूसरी बार एशियन कप में जगह बनाई थी.
भारत की टीम ने पिछले साल सैफ चैंपियनशिप, ट्राई नेशन सीरीज और इन्टरकॉन्टिनेंटल कप, यानी 3 खिताब अपने नाम किए थे.
एएफसी एशियन कप में पहला मुकाबला शनिवार, 13 जनवरी को शाम 5 बजे ऑस्ट्रेलिया के साथ होगा.
एशियन कप में कुल 24 टीमें- किस ग्रुप में भारत?
कतर में हो रहे एशियन कप 2024 में कुल 24 टीम भाग ले रही हैं. सभी टीम को 4-4 के कुल 6 ग्रुप में रखा गया है. भारत को इस बार ग्रुप बी में जगह मिली है, जहां उसे ऑस्ट्रेलिया, उज्बेकिस्तान और सीरिया के साथ रखा गया है. इस ग्रुप में सबसे मजबूत टीम ऑस्ट्रेलिया है जिसका फीफा रैंकिंग 25 है, तो वहीं उज्बेकिस्तान की फीफा रैंकिंग 68 और सीरिया की फीफा रैंकिंग 91 है. जबकि भारत की रैंकिंग 102 है.
ग्रुप A - कतर, चीन, तजाकिस्तान और लेबनान
ग्रुप B - ऑस्ट्रेलिया, सीरिया, उज्बेकिस्तान और भारत
ग्रप C - ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, फिलीस्तीन और हॉन्ग कॉन्ग
ग्रुप D - जापान, इन्डोनेशिया, इराक और वियतनाम
ग्रप E - दक्षिण कोरिया, मलेशिया, जॉर्डन और बहरीन
एशिया कप में सबसे मजबूत टीम जापान है जिसका फीफा रैंकिंग 17 है और उसने 4 बार इस खिताब को अपने नाम किया है.
एशियन कप में भारत का स्क्वॉड
गोलकीपर
अमरिंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह संधू और विशाल कैथ
डिफेंडर
लालचुंगनुंगा, निखिल पुजारी, राहुल भेके, सुभाशीष बोस, आकाश मिश्र, महताब सिंह, प्रीतम कोटाल और संदेश झींगन
मिडफील्डर
अनिरुद्ध थाप, ब्रैंडन फर्नांडीस, दीपक टांगरी, लालेंगमाविया राल्ते, लिस्टन कोलाको, सहल अब्दुल समद, सुरेश सिंह वांगजाम और उदंता सिंह
फॉरवर्ड
इशान पंडित, लल्लिंज़ुआला चांग्ते, राहुल कनोली प्रवीण, सुनील छेत्री, मानवीर सिंह और विक्रम प्रताप सिंह
बता दें कि भारत के स्टार खिलाड़ी अनवर अली चोट के कारण टीम से बाहर हैं.
भारत को अपने इन सितारों से उम्मीद
भारत के कप्तान सुनील छेत्री ने इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों से अधिक गोल दागे हैं. सुनील ने अब तक 93 गोल किए हैं जो इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाले खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा है. उनके बाद संयुक्त अरब अमीरात के खिलाड़ी अली मबखौत हैं, जिन्होंने 85 इंटेरनेशनल गोल दागे हैं.
भारतीय फुटबॉल टीम अपने सोशल मीडिया हैन्डल इंस्टाग्राम पर #knowyourbluetiger नाम से पोस्ट कर रही है. जिसमें अपने खिलाड़ियों के रिकार्ड को भी बताया जा रहा है.
गुरप्रीत सिंह संधु
गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधु ने 2011 में तुर्कमेनिस्तान के खिलाफ अपना डेब्यू किया था. अब तक 66 मैच खेल चुके संधु ने 25 क्लीन शीट है. संधु ने कप्तान के रूप में 10 मैच भी खेले हैं.
संदेश झींगन
नेपाल के खिलाफ 2015 में अपना डेब्यू मैच खेलने वाले संदेश झींगन अब तक 60 मैच खेल चुके हैं, उन्होंने अब तक 5 गोल और एक असिस्ट किया है. संदेश 7 मैचों में कप्तानी भी कर चुके हैं.
अनिरुद्ध थापा
अनिरुद्ध ने 2017 में अपना डेब्यू किया था. अब तक 57 मैच खेल चुके थापा 4 गोल और 5 असिस्ट कर चुके हैं.
ब्रेंडन फर्नांडीस
2019 में डेब्यू करने वाले ब्रेंडन ने अब तक 5 असिस्ट किया है. ब्रेंडन शानदार मिडफील्डर हैं.
मनवीर सिंह
सुनील क्षेत्री के साथ फॉरवर्ड पोजीशन पर खेलने वाले मनवीर ने अब तक 7 गोल और 2 असिस्ट किया है. मनवीर ने अपना डेब्यू मैच 2017 में मॉरीशस के खिलाफ खेला था.
सहल अब्दुल शमद
2019 में अपना डेब्यू करने वाले सहल अब्दुल शमद ने अब तक 35 मैच खेले हैं, जिसमें 3 गोल और 2 असिस्ट शामिल हैं. सहल अब्दुल भी मिडफील्ड को संभालते हैं.
महेश सिंह
2023 में अपना डेब्यू करने वाले महेश सिंह विंगर हैं. महेश अब तक 3 गोल और एक 1 असिस्ट कर चुके हैं.
निखिल पुजारी
निखिल पुजारी भी संदेश झींगन के साथ डिफेंडर की भूमिका में होते हैं. अब तक इन्होंने एक गोल किया है.
एशियन कप में अब तक भारत का सफर
भारत ने अब तक चार बार एशियन कप में हिस्सा लिया है.
पहली बार – साल 1964
इस बार एशियन कप में केवल चार प्रतिभागी थे. ग्यारह देशों ने कई कारणों से अपना नाम वापस ले लिया था. इस बार भारत दक्षिण कोरिया और हांगकांग को हराकर दूसरे स्थान पर रहा था.
दूसरी बार - साल 1984
सिंगापुर में आयोजित इस एशियन कप में भारत दो दशकों के बाद लौटते हुए अपने ग्रुप में सबसे निचले स्थान पर रहा.
तीसरी बार - साल 2011
बाईचुंग भूटिया के नेतृत्व में एशियन कप के लिए भारत ने तीसरी बार क्वालीफाई किया था. कतर में आयोजित इस टूर्नामेंट में भारत को ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और बहरीन से हार का सामना करना पड़ा और वह अपने ग्रुप में सबसे नीचे रहा.
चौथी बार- साल 2019
भारत फिर 2019 में एशियन कप में लौटा. अबू धाबी में हुए इस टूर्नामेंट में उसने थाईलैंड के खिलाफ 4-0 की शानदार जीत हासिल की. लेकिन संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन के खिलाफ लगातार हार ने उसे नॉकआउट की दौड़ से बाहर कर दिया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)