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AFC Asian Cup: भारत ने 1964 के बाद एशियाई कप में दर्ज की पहली जीत 

भारत ने आखिरी बार थाईलैंड को 1986 में मेदेर्का टूर्नामेंट में मात दी थी.

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एएफसी एशियन कप में भारतीय फुटबाल टीम ने थाईलैंड को 4-1 से हराकर 1964 के बाद पहली जीत दर्ज की है. अपना दूसरा एशियाई कप और 105वां मैच खेल रहे छेत्री ने 27वें मिनट में पेनल्टी के जरिए और 46वें मिनट में दूसरा गोल दागा, जो उनका क्रमश: 66वां और 67वां अंतरराष्ट्रीय गोल था. मिडफील्डर अनिरुद्ध थापा और दूसरे हाफ में जेजे लालपेखलुआ ने इसके बाद टीम के लिए 68वें और 80वें मिनट में गोल किए.

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भारतीय टीम आठ साल के लंबे अंतराल के बाद इस टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही है और उसने आखिरी बार थाईलैंड को 1986 में कुआलालम्पुर में हुए मेदेर्का टूर्नामेंट में मात दी थी.

छेत्री ने पेनल्टी को गोल में बदला

भारत ने मैच की पॉजिटिव शुरुआत की और अटैकिंग फुटबाल खेलने की कोशिश की. तीसरे मिनट में अशिक कुरुनियान ने लेफ्ट फ्लेंक से बॉक्स में शानादार क्रॉस दिया लेकिन बॉक्स में कोई भी भारतीय खिलाड़ी गेंद को अपने कंट्रोल में नहीं ले पाया. इसके 11 मिनट बाद भारत को 18 गज के बॉक्स के बाहर फ्री-किक मिली. युवा मिडफील्डर थापा ने फ्री-किक ली और थाईलैंड के डिफेंडर हेडर के जरिए गेंद को बॉक्स के बाहर करने में कामयाब रहे.

मैच के 26वें मिनट कुरुनियान एक बार फिर गेंद लेकर थाईलैंड के बॉक्स में दाखिल हुए और गेंद गोलकीपर से लगकर डिफेंडर के हाथों से टकरा गई, जिस कारण भारत को पेनल्टी मिली. छेत्री ने पेनल्टी को गोल में बदलने में कोई गलती नहीं की.

थाईलैंड ने भारत से की बराबरी

एक गोल से पिछड़ने के बाद थाईलैंड की टीम ने हार नहीं मानी और भारतीय डिफेंस में मौजूद जगह का फायदा उठाते हुए बराबरी करने में कामयाब रही. 33वें मिनट में थाईलैंड को बॉक्स के बाहर फ्री-किक मिली और कप्तान तेरासिल दांगडा ने बेहतरीन हेडर के जरिए गोल किया. थाईलैंड के लिए दांगडा का ये 43वां गोल है.

भारत ने थाईलैंड को फिर नहीं दिया गोल करने का मौका

भारत ने दूसरे हाफ की धमाकेदार शुरुआत की. 47वें मिनट में विंगर उदांता सिंह ने दाएं छोर से बॉक्स में बेहतरीन पास दिया और कुरुनियान ने गेंद को छेत्री की ओर धकेल दिया, जिन्होंने गोल करने में कोई गलती नहीं की.

भारतीय खिलाड़ियों का 2-1 की बढ़त बनाने के बाद आत्मविश्वास बढ़ गया जो उनके खेल में भी नजर आने लगा. भारत ने लगातार अटैक करते हुए थाईलैंड कें डिफेंस को परेशान किया. 68वें मिनट में छेत्री के बॉक्स में एक बार फिर खलबली मचाई और बॉक्स में ही मौजूद थापा को पास दिया जिन्होंने राष्ट्रीय टीम के लिए अपना पहला गोल करते हुए स्कोर 3-1 कर दिया.

भारतीय टीम ने अपने आक्रामक खेल को जारी रखा. एक सब्स्टीट्यूट के रूप में मैदान पर आए स्ट्राइकर जेजे ने 81वें मिनट में गोल करते हुए भारत की जीत सुनिश्चित कर दी. जेजे लंबे समय से खराब फॉर्म में चल रहे थे और उनके इस शानदार प्रदर्शन से कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन को बाकी के मैचों के लिए आक्रमण में अधिक विकल्प मिल गए हैं.

अब भारत का अगला मुकाबला गुरुवार को मेजबान संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के खिलाफ होगा.

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