वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत और पीवी सिंधु का सपना पूरा होते-होते रह गया. नानजिंग में खेले गए फाइनल में कैरोलिना मरीन ने पी.वी सिंधु को दो सीधे गेम में 21-19 और 21-10 से हरा दिया और गोल्ड मैडल अपने नाम किया. इस तरह पिछली बार की तरह ही सिंधु को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा.
पहले गेम में मरीन ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन सिंधु ने भी जल्द 3-3 से बराबरी की. इसके बाद भारतीय खिलाड़ी ने स्पेनिश खिलाड़ी के खिलाफ अंक बटोरने शुरू किए और उसे 15-11 से पीछे कर दिया. अपने खेल में तेजी लाते हुए मरीन ने खेल में वापसी की और सिंधु की गलतियों का फायदा उठाते हुए स्कोर 18-18 से बराबर कर लिया. यहां सिंधु ने एक अंक हासिल किया और मरीन के खिलाफ स्कोर 19-20 किया लेकिन आखिरी पलों में मरीन ने अपना धैर्य बनाए रखा और 21-19 से गेम अपने नाम किया.
दूसरे गेम में खराब खेलीं सिंधु
दूसरे गेम में सिंधु को वापसी का मौका न देते हुए और मैच पर अपना दबदबा बनाते हुए मरीन ने अंक बटोरने शुरू किए और सिंधु को 11-2 से पीछे किया. मरीन ने सिंधु की हर गलती का फायदा उठाया और उनके खिलाफ अंक बटोरते हुए उन्हें दूसरे गेम में 21-10 से मात देकर खिताबी जीत हासिल की.
मरीन ने तीसरी बार स्वर्ण पदक जीता है. इससे पहले, उन्होंने साल 2014 और 2015 में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था. वहीं, सिंधु ने पिछले साल रजत पदक जीता था. उन्हें फाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा ने मात दी थी. सिंधु ने इसके अलावा, 2013 और 2014 में कांस्य पदक भी जीता है.
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