पहले एशियाई खेल की शुरुआत नई दिल्ली में 4 मार्च 1951 में 60 साल पहले हुई थी. एक हफ्ते तक चलने वाले इस इवेंट में 11 देश शामिल हुए थे और कुल 489 खिलाड़ियों ने आठ खेलों के 57 इवेंट्स में हिस्सा लिया. आइए, नजर डालते हैं अब तक के एशियाई खेलों के इतिहास पर
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1951में हुई शुरुआत, भारत की राजधानी दिल्ली में खेले गए पहले एशियन गेम्स
एशियाई खेलों की सबसे पहले मेजबानी 4 मार्च 1951 को दिल्ली ने की. 11 देशों से 489 एथलीट शामिल हुए. कोरियाई युद्ध के कारण दक्षिण कोरिया ने भाग नहीं लिया. ये युद्ध एक साल पहले शुरू हुआ था और 1953 तक चलता रहा. 51 मेडल जीतकर भारत ने जापान के बाद दूसरे नंबर पर जगह बनाई.
1954 में मनीला, फिलिपींस में खेले गए दूसरे एशियन गेम्स,19 देशों से 970 एथलीटों ने भाग लिया
एशियाई गेम्स के दूसरे एडीशन की मेजबानी फिलीपींस ने की. आठ दिनों तक चले इन गेम्स में 19 देशों से 970 एथलीटों ने भाग लिया. दूसरी बार भी जापान ने अपनी नंबर वन की पोजिशन बनाए रखी. भारत पांचवें स्थान पर रहा.
टोक्यो, जापान(1958) में हुए तीसरे एशियन गेम्स, भारत ने जीते 14 मेडल
तीसरे एशियाई गेम्स का आयोजन जापान की राजधानी टोक्यो में हुआ था. 20 एशियाई राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों (एनओसी) का प्रतिनिधित्व करने वाले कुल 1,820 एथलीटों ने भाग लिया.
मेजबान देश ने 67 मेडल अपने नाम किए. भारत को सिर्फ 14 मेडल जीतकर ही संतुष्ट होना पड़ा.
पहली बार 1962 में जकार्ता, इंडोनेशिया में हुआ आयोजन, बैडमिंटन को पहली बार एशियाई गेम्स में शामिल किया गया
साल 1962 में इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में पहली बार एशियन गेम्स खेले गए. यहां की सरकार ने अरब देशों के दबाव के कारण इजरायल और ताइवान के प्रतिनिधिमंडलों को वीजा देने से इनकार कर दिया था. इस वजह से काफी कम एथलीट (1400) शामिल हो पाए थे.
बैडमिंटन को पहली बार एशियाई गेम्स में शामिल किया गया. जापान से सबसे ज्यादा 12 गोल्ड, 13 सिल्वर और 27 ब्रॉन्ड मेडल जीतें, जबकि भारत रैंकिंग में तीसरे नंबर पर रहा.