गुजरात सरकार ने टोक्यो पैरालंपिक्स खेलों (Tokyo Paralympics 2020) में सिल्वर मेडल जीतने वाली टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल (Bhavina Patel) को 3 करोड़ रुपये के इनाम की घोषणा की. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य सरकार की 'दिव्यांग खेल प्रतिभा प्रोत्साहन पुरस्कार योजना' के तहत प्रोत्साहन के रूप में इस पुरस्कार की घोषणा की है.
पैरालंपिक में टेबल टेनिस में पहली बार किसी भारतीय खिलाड़ी ने पदक जीतकर इतिहास बनाया है.
पैडलर भाविना पटेल गुजरात के मेहसाणा जिले के सुंधिया गांव की रहने वाली हैं और पहली बार ही पैरालंपिक खेलों में प्रतिभाग करते हुए 29 अगस्त को सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. फाइनल में उनका मुकाबला विश्व की नंबर एक चीनी पैडलर यिंग झोउ से था, जिसमें 0-3 से हारकर उन्होंने रजत पदक अपने नाम किया.
उन्होंने 28 अगस्त को सेमीफाइनल मुकाबले में दुनिया की तीसरे नंबर की चीनी खिलाड़ी मियाओ झांग को 7-11 11-7 11-4 9-11 11-8 से हराया था.
प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने ट्वीट कर दी बधाई
भाविना पटेल को प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर बधाई देते हुए कहा, "भाविना पटेल ने इतिहास रचा. वो सिल्वर मेडल लेकर आईं हैं. उसके लिए बधाई. उनका जीवन प्रेरित करने वाला है और अधिक युवाओं को खेलों की ओर आकर्षित करेगा."
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पैरालंपिक खेलों में देश को गौरवान्वित करने के लिए उन्हें बधाई देते हुए कहा, "भाविना ने अपने विश्वस्तरीय खेल कौशल से दुनियाभर में गुजरात और भारत को गौरवान्वित किया है."
बता दें कि भाविना पटेल को 12 महीने की उम्र में ही पोलियो हो गया था. भाविना के पिता हसमुख पटेल ने उनकी जीत के बाद कहा, ''वो भले ही दिव्यांग हो लेकिन हमने उसे कभी इस तरह नहीं देखा. हमारे लिए वह 'दिव्य' है. हमें बेहद खुशी है कि उसने देश के लिए रजत पदक जीता है. हसमुख गांव में किराने की एक छोटी दुकान चलाते हैं."
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