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IPL 2021 : UAE में मैदान, फैंस और खिलाड़ियों के साथ क्या अलग होगा?

सितंबर-अक्टूबर में UAE में होंगे IPL14 के बचे हुए मैच, कई विदेशी खिलाड़ी गायब रह सकते हैं

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लंबे समय से चल रही अटकलों के बाद आखिरकार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड BCCI ने आईपीएल 2021 के बचे हुए मैचों के बारे में फैसला ले लिया है. बोर्ड की बैठक में तय हुआ है कि इंडियन प्रीमियर लीग IPL14 के बचे हुए 31 मैच UAE में कराए जाएंगे. भारत से यूएई में मैच शिफ्ट होने के बाद IPL 2021 पार्ट 1 की तुलना में पार्ट 2 में कुछ बदलाव देखने को मिलेंगे. आइए जानते हैं क्या कुछ दिखेगा IPL 2021 पार्ट 2 में...

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छह की जगह तीन वेन्यू :

भारत में आईपीएल 2021 के मैचों के लिए छह शहर मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु और अहमदाबाद को होस्ट सिटी के तौर पर निर्धारित किया गया था. वहीं अब आईपीएल का दूसरा फेज जब यूएई में आयोजित होना है तो पिछली बार IPL 2020 की तरह इस बार भी आठों टीमों के मैचों के लिए तीन वेन्यू दुबई, शारजाह और अबूधाबी तय किये जा सकते हैं.

एयर की बजाए रोड ट्रैवल :

UAE की तुलना में भारत में वेन्यू की दूरियां ज्यादा थीं, इसलिए यहां खिलाड़ियों को एक शहर से दूसरे शहर में जाने के लिए एयर रुट का प्रयोग किया जा रहा था. जबकि आईपीएल के पिछले सीजन में सभी वेन्यू आपस में नजदीक होने की वजह से रोड ट्रांसपोर्ट का प्रयोग किया गया था. कोरोना संक्रमण के लिहाज से ये ज्यादा सेफ है. क्योंकि इसमें अलग-अलग शहर में जाने के लिए प्राइवेट जेट या प्लेन, सिक्यूरिटी चेक और अन्य अनयूजवल कॉन्टैक्ट से बचाता है. इसलिए इस बार भी UAE में रोड ट्रैवल देखने को मिल सकता है.

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विदेशी खिलाड़ियों की कमी :

आईपीएल 2021 सत्र के शुरूआती कुछ मैच के बाद से ही खिलाड़ियों का बायो बबल और अन्य निजी कारणों से बाहर होने का सिलसिला शुरू हुआ और 29 मैच तक पहुंचते-पहुंचते कई खिलाड़ी वापस अपने देश लौट गए. वहीं अब आने वाले महीनों में विभिन्न देशों की नेशनल टीमों के मैचों का शेड्यूल तय हो चुका है. ऐसे में विदेशी खिलाड़ियों के IPL में शामिल होने पर संशय दिख रहा है.

आने वाले महीनों में इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ी अपनी नेशनल टीम के साथ व्यस्त रहेंगे.

कैरेबियन प्रीमियर लीग यानी CPL 2021 का आयोजन 28 अगस्त से 19 सितंबर तक प्रस्तावित है. ऐसे में सीपीएल और आईपीएल का शेड्यूल क्लैश हो सकता है. इस स्थिति में वेस्टइंडीज के खिलाड़ी शायद ही आईपीएल में शामिल हो पाएं.

मुंबई इंडियंस में कीरोन पोलार्ड, कोलकाता नाइटराइडर्स में आंद्रे रसेल और सुनील नरेन, पंजाब किग्स में क्रिस गेल और निकोलस पूरन, CSK में ड्वेन ब्रावो, दिल्ली कैपिटल्स में शिमरोन हेटमायर जैसे कैरेबियाई खिलाड़ी हैं. ये IPL और सीपीएल दोनों में खेलते हैं. वहीं फाफ डुप्लेसिस, इमरान ताहिर और क्रिस मॉरिस भी दोनों लीग में खेलते हैं.

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कुछ दिन पहले ही इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ECB की तरफ से स्पष्ट कर दिया गया है कि वह अपने कार्यक्रमों में किसी तरह से बदलाव नहीं करेगा. ECB के डायरेक्टर एश्ले जाइल्स की तरफ से यह भी कहा गया है कि उनके खिलाड़ी नेशनल ड्यूटी को प्राथमिकता देंगे.

IPL 2021 में इंग्लैंड के खिलाड़ियों की बात करें तो कोलकाता नाइट राइडर्स में इयोन मोर्गन. राजस्थान रॉयल्स में जोस बटलर, बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर. सनराइजर्स हैदराबाद में जॉनी बेयरस्टो और जेसन रॉय. चेन्नई सुपर किग्स में सैम करन और मोइन अली. पंजाब किग्स में डेविड मलन और क्रिस जॉर्डन, दिल्ली कैपिटल्स में क्रिस वोक्स और टॉम करन जैसे शानदार खिलाड़ी हैं.

UAE में ही न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के बीच भी सीमित ओवरों की सीरीज खेली जानी है. ऐसे में अगर इन टीमों का विंडो आईपीएल के आस-पास होगा तो न्यूजीलैंड के खिलाड़ी चूक सकते हैं. आईपीएल में न्यूजीलैंड की ओर से केन विलियमसन, एडम मिल्ने, ट्रेंट बोल्ट, मिशेल सेंटनर, लॉकी फर्ग्यूसन, टिम सीफर्ट, फिन एलन और काइल जैमीसन जैसे प्लेयर खेलते हैं.

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T20 विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच भी सीरीज खेली जानी है. ऐसे में ग्लेन मैक्सवेल, पैट कमिंस, डेविड वार्नर, जे रिचर्डसन, मार्कस स्टॉयनिस, स्टीव स्मिथ, रिले मेरेडिथ, नाथन कूल्टर-नाइल, केन रिचर्डसन, डेनियल सैम्स, डैन क्रिश्चियन, क्रिस लिन, एंड्रयू टाय, बेन कटिंग, जेसन बेहरेनडॉर्फ, मोइसेस हेनरिक्स और एडम जैम्पा जैसे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की उपलब्धता पर नजर रहेगी.

  • साउथ अफ्रीका की ओर से क्विंटन डी कॉक, फाफ डु प्लेसिस, कैगिसो रबाडा, इमरान ताहिर, एनरिक नॉर्टजे, क्रिस मॉरिस, डेविड मिलर, लुंगी एनगिडी और मार्को जेनसन पर संशय है. क्योंकि अफ्रीकी टीम सितंबर में नीदरलैंड्स के खिलाफ मैच खेलगी.

  • इस तरह खिलाड़ियों की उपलब्धता और क्वारेंटाइन नियमों को लेकर विदेशी खिलाड़ियों के IPL में शामिल होने पर संकट हो सकता है. हालांकि BCCI की ओर से कहा गया है कि वो बाकी देशों के क्रिकेट बोर्ड्स से खिलाड़ियों के बारे में बात करेगा.

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मैदान में दिख सकते हैं दर्शक :

UAE फुटबॉल एसोसिएशन द्वारा फुटबॉल प्रेमियों को मैच देखने लिए कुछ शर्तों के साथ अनुमति दी गई है. खलीज टाइम्स के अनुसार 27 अप्रैल को स्थानीय फुटबॉल एसोसिएशन और नेशनल क्राइसिस एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट अथॉरिटी द्वारा इस निर्णय की घोषण की गई है. हालांकि मैदान में 30 फीसदी दर्शकों की अनुमति दी गई, इसमें से भी केवल वहीं फैंस शामिल होंगे जिनको वैक्सीन लगी है और उनके पास 48 घंटे पहले का कोविड निगेटिव पीसीआर टेस्ट रिजल्ट है.

ऐसे में IPL को लेकर भी इस तरह के निर्णय की उम्मीद लगाई जा रही है. अगर ऐसा होता है तो एक बार फिर आईपीएल टीमों को उनके प्रसंशक मैदान पर चियर करते दिखेंगे.

UAE में डबल हेडर ज्यादा :

भारत में जहां IPL 2021 के ज्यादातर मैच सिंगल हेडर यानी एक दिन में एक ही मैच खेले गए थे वहीं UAE में ज्यादातर मैच डबल हेडर होने की संभावना है. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार एक BCCI के एक सीनियर अधिकारी ने कहा है कि IPL के बचे हुए UAE में 18 या 19 नवंबर से शुरू हो सकते हैं वहीं फाइनल मुकाबले की बात करें तो यह 9 या 10 अक्टूबर को खेला जा सकता है. तीन सप्ताह के इस विंडो में 10 डबल हेडर मुकाबले की संभावना भी जताई गई है. इससे जल्द सभी मैच कराने में आसानी होगी.

  • अभी इस लीग में 31 मैच बचे हुए हैं जिसमें फाइनल, क्वॉलीफायर और एलिमिनेटर मुकाबले भी शामिल हैं.

एक बार फिर चुस्त मूवमेंट ट्रैकर :

क्रिक इंफो के मुताबिक पिछले साल यूएई में जब आईपीएल के मैच खेले गए थे तब खिलाड़ियों के मूवमेंट ट्रैक करने के लिए जिस डिवाइस का प्रयोग किया गया था वह एक पेंडेंट यानी गले में पहनने वाली डिवाइस थी. वहीं भारत में इस साल जब लीग शुरु हुई तो खिलाड़ियों को रिस्ट बैंड यानी स्मार्ट वॉच जैसी डिवाइस दी गई थी.

दुबई में जो डिवाइस दी गई थी वह काफी चुस्त थी, उसमें जियो फेंस थी. यानी जैसे ही बॉयो बबल की सीमा क्रॉस करते थे तो बीप की आवाज आने लगती थी. वहीं इसमें से हर तरह के सिक्योर और अनसिक्योर जोन पहले से फीड थे. उसे यूके की कंपनी ने डेवलप किया था.

जबकि भारत की डिवाइस देश की ही फर्म द्वारा तैयार की गई थी. कुछ फ्रेंचाइजी द्वारा कहा गया है कि इस डिवाइस के डाटा भरोसामंद नहीं है वहीं डिवाइस के ठीक से काम न करने की समस्या भी देखने को मिली थी.

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