तबलीगी जमात में शामिल लोगों पर किए विवादित ट्वीट्स को लेकर रेसलर बबीता फोगाट की काफी आलोचना हुई थी. अब बैडमिंटन खिलाड़ी ज्लावा गुट्टा ने भी इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी बातें डायरेक्ट या इनडायरेक्ट तरीके से लोगों को एक समुदाय के खिलाफ भड़का रही हैं. गुट्टा ने कहा कि उन्होंने एक खिलाड़ी से इस तरह के बयान की उम्मीद नहीं की थी.
2019 में बीजेपी में ज्वाइन करने वालीं बबीता फोगाट ने निजामुद्दीन मरकज कार्यक्रम को लेकर कई विवादित ट्वीट किए, जिसकी काफी आलोचना हुई थी. औरंगाबाद में उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई गई थी. ट्विटर पर भी कई यूजर्स ने #SuspendedBabitaPhogat के साथ ट्वीट किया था.
इंडियन स्पोर्ट्स कम्युनिटी से बबीता के खिलाफ अभी तक केवल ज्वाला गुट्टा ने ही आवाज उठाई है. क्विंट से बात करते हुए गुट्टा ने इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी.
“मैंने कुछ ट्वीट्स देखे, जहां मुझे लगा कि वो एक समुदाय की ओर इशारा कर रही है. मुझे नहीं लगता कि ऐसा करने का ये सही समय है. हम पब्लिक फेस हैं, मुझे लगता है कि हमें अपने शब्दों को बहुत सावधानी से चुनना होगा और मैंने वहां ऐसा नहीं देखा. वो डायरेक्ट या इनडायरेक्ट तरीके से दूसरे समुदाय के लोगों को भड़का रही हैं.”ज्वाला गुट्टा, बैडमिंटन प्लेयर
गुट्टा ने कहा कि लोगों को दोष देकर और उन्हें टारगेट कर के चीजें केवल खराब होंगी. उन्होंने कहा कि खिलाड़ी शांति के एंबेसडर होते हैं, और वो दुनियाभर में अलग-अलग तरह नेशनलिटी, कम्युनिटी और धर्म के लोगों से मिलते हैं.
“मैंने एक खिलाड़ी से ऐसे बयान/ट्वीट की उम्मीद नहीं की थी. मैं बेहद निराश हूं. ये नफरत करने का समय नहीं है.”ज्वाला गुट्टा, बैडमिंटन प्लेयर
अपनी बात पर कायम हैं बबीता
आलोचना होने के बाद, फोगाट ने एक वीडियो जारी कर कहा कि वो अब भी ट्वीट में कही गयी अपनी बात पर कायम हैं.
“कुछ लोग सोशल मीडिया पर गलत-गलत मैसेज कर रहे हैं, गालियां दे रहे हैं और फोन करके धमकी दे रहे हैं, मैं उनसे कहना चाहूंगी कि कान खोलकर एक बात सुन लो और दिमाग में बैठा लेना, कि मैं कोई जायरा वसीम नहीं हूं, जो तुम्हारी धमकियों से डर कर घर पर बैठ जाऊंगी. मैं अपने ट्वीट पर कायम हूं, जिन्हें सच सुनने में समस्या है वो अपने आप में सुधार लाकर सच सुनने की आदत डाल लें.”बबीता फोगाट, रेसलर और बीजेपी नेता
नेशनल अवॉर्ड विनर जायरा वसीम ने पिछले साल धार्मिक कारणों से फिल्म इंडस्ट्री को छोड़ने का फैसला लिया था.
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