एक मजबूत भारतीय मुक्केबाज के रूप में प्रसिद्ध मैरी कॉम (Mary Kom) ने 2021 टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में जीत के साथ अपनी शुरुआत दर्ज की, इस साल के ओलंपिक में उनका पहला मुकाबला जापान में रविवार को महिला फ्लाईवेट वर्ग में डोमिनिकन गणराज्य के मिगुएलिना हर्नांडेज़ गार्सिया के साथ था. मैरी ने इस मैच में 4-1 से जीत हासिल की. उनका ओवरऔल स्कोर 30-27, 28-29, 29-28, 30-28 और 29-28 रहा. मैरी कॉम को मुक्केबाजी में भारत के लिए पदक का बड़ा दावेदार माना जा रहा है.
38 वर्षीय मैरी का यह दूसरा ओलंपिक है. इससे पहले लंदन में 2012 में वो पहली मुकाबला खेल चुकीं हैं. जहां उन्होंने कांस्य पदक जीता था.
मैरी के लिए, अगला प्रतिद्वंद्वी, 16 के दौर में, कोलंबिया के रियो कांस्य पदक विजेता इंग्रिट वालेंसिया होगी.
लाल रंग में अनुभवी
लाल रंग में अनुभवी मैरी कॉम ने धैर्यपूर्वक शुरुआत कर जीत दर्ज की. गार्सिया भी अपनी आतिशबाजी में पीछे नहीं दिखी. बता दें कि पहले राउंड से ही मैरी कॉम को 10 अंक प्राप्त हो चुके थे. दुसरे राउंड में मैरी एक अंक से पीछे रह गई, हालांकि बेहतरीन अंत के साथ 4-1 से मैरी ने पहले मैच को अपने नाम कर लिया.
विश्व चैंपियन है मैरी
विश्व चैंपियनशिप में छह बार की स्वर्ण पदक विजेता रह चुकी मैरी उत्साह के साथ अपने प्रतिद्वंद्वी को इस मैच में हराकर 16वें राउंड में पहुंचने के रास्ते को सफल बना दिया.38 वर्षीय मैरी ने कुछ जबरदस्त हिट के साथ अपने प्रतिद्वंद्वी को पीछे छोड़ते हुए टोक्यो ओलंपिक में शानदार शुरुआत की.
मणिपुर की मुल निवासी का 2012 के बाद यह दुसरा ओलंपिक है. मैरी को अपने अच्छे फिटनेस के लिए भी जाना जाता है. पिछले साल नवंबर में मैरी डेंगू का शिकार हो गई थी. जिसमें उनको बुखार एक हफ्ते तक रहा था. लेकिन उन्हें पूरी तरह से फिट होने में दो महीने लग गए.
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