6 बार की वर्ल्ड चैम्पियन एमसी मैरी कॉम अगले साल होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर के लिये महिला मुक्केबाजी ट्रायल्स के 51 किग्रा फाइनल में निकहत जरीन के सामने होंगी. दोनों ने शुक्रवार 27 दिसंबर को अपने पहले दौर के मुकाबलों में एकमत फैसले में जीत हासिल की.
पूर्व जूनियर विश्व चैम्पियन निकहत जरीन ने ज्योति गुलिया को जबकि एशियाई चैंम्पियन मैरी कॉम ने रितु ग्रेवाल को मात दी. दो दिवसीय ट्रायल्स शनिवार 28 दिसंबर को समाप्त होंगे.
ओलंपिक क्वालीफायर के लिये चयन नीति पर भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के ढुलमुल रवैये के बाद जरीन ने कुछ हफ्ते पहले छह बार की विश्व चैम्पियन एमसी मैरी कॉम के खिलाफ ट्रायल की मांग कर हंगामा खड़ा कर दिया था.
राज्यसभा सदस्य मेरीकाम ने कहा था कि वह बीएफआई की नीति का पालन करेंगी जिसने अंत में ट्रायल्स कराने का फैसला किया.
बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह ने एक सम्मान समारोह में घोषणा कर हलचल मचा दी थी कि मणिपुर की मुक्केबाज मैरी कॉम को उनके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार अच्छे प्रदर्शन के कारण बिना किसी ट्रायल के ओलंपिक क्वालीफायर के लिये चुना जायेगा. इससे नाराज जरीन ने सही मौका दिये जाने की मांग की थी.
मैरी से भिड़ने को लेकर उत्सुक निकहत
पहले दौर में जीत के बावजूद भारतीय महिला मुक्केबाजी के हाई परफॉर्मेंस डाइरेक्टर रफाएल बर्गामास्को मैरी कॉम के प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं थे. उन्होंने कहा,
‘‘वह जीत गयी लेकिन वह आज अपने सर्वश्रेष्ठ के करीब नहीं दिखीं. मुझे उनका मुकाबला पसंद नहीं आया. उन्हें काफी सुधार करना होगा.’’
वहीं मैरी कॉम की फाइनल की प्रतिद्वंद्वी जरीन ने कहा कि वह शनिवार को रिंग में उतरने के लिये उत्सुक हैं. उन्होंने कहा,
‘‘मैं कल के मुकाबले का इंतजार कर रही हूं. मैं अपना शत प्रतिशत दूंगी. इस समय मुझ पर कोई दबाव नहीं है क्योंकि मैं लंबे समय से इस मुकाबले का इंतजार कर रही थी और मैं इसको लेकर उत्साहित हूं.’’
जरीन ने कहा, ‘‘मैं कल के लिये तैयार हूं. मैं सुनिश्चित करूंगी कि यह ‘क्लीन बाउट’ हो यह कुश्ती जैसी नहीं हो.’’
उन्होंने मेरीकाम के मुकाबले को देखने के बाद कहा, ‘‘मैंने मैरी दी की बाउट देखी, उन्होंने साफ प्वाइंट्स जुटाये. हालांकि वह पकड़ रही थी और कुश्ती कर रही थी लेकिन अंक जुटाने के मामले में वह अव्वल रहीं.’’
फाइनल में पूर्व वर्ल्ड चैंपियन सरिता देवी
अन्य मुकाबलों में विश्व युवा गोल्ड मेडलिस्ट साक्षी ने 57 किग्रा में एशियाई सिल्वर पदक विजेता मनीषा मौन को 7-3 से हराया जबकि पूर्व राष्ट्रीय चैम्पियन सिमरनजीत कौर ने 60 किग्रा में पवित्रा को सर्वसम्मत फैसले में शिकस्त दी.
पूर्व विश्व चैम्पियन और अनुभवी एल सरिता देवी फाइनल में कौर के सामने होंगी. सरिता ने शुरूआती मुकाबले में पूर्व युवा विश्व चैम्पियन साक्षी चोपड़ा को 9-1 से हराय़ा.
सोनिया चहल को 7-3 से हराने के बाद पूर्व वर्ल्ड सिल्वर पदकधारी सोनिया लाठेर का सामना 57 किग्रा फाइनल में साक्षी से होगा. एशियाई खेलों की पूर्व कांस्य पदक विजेता पूजा रानी ने 75 किग्रा वर्ग में इंद्रजा को 10-0 से हराकर फाइनल में जगह बनायी.
वर्ल्ड चैम्पियनशिप की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट लवलीना बोरगोहेन ने 69 किग्रा वर्ग में अंजलि को सर्वसम्मत 10-0 के फैसले में शिकस्त दी और अब वह ललिता से भिड़ेंगी जिन्होंने मीना रानी को 9-1 से हराया.
दिन के अंतिम मुकाबले में नुपुर ने 75 किग्रा वर्ग में साविटी को 9-1 से हराया और अब वह शनिवार को फाइनल में पूजा रानी के सामने होंगी. ओलंपिक क्वालीफायर अगले साल फरवरी में चीन में आयोजित किये जायेंगे.
महिला मुक्केबाजी में सभी पांच वर्गों -51 किग्रा, 57 किग्रा, 60 किग्रा, 69 किग्रा और 75 किग्रा- का फैसला ट्रायल से ही होगा क्योंकि कोई भी मुक्केबाज विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह नहीं बना सकी थी.
पुरूषों का दो दिवसीय ट्रायल कर्नाटक के बेल्लारी में रविवार 29 दिसंबर से शुरू होगा.
(इनपुटः भाषा)
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