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निकहत पर भारी पड़ा मैरी कॉम का अनुभव, ट्रायल्स के फाइनल में हराया

निकहत ने मैरी कॉम के खिलाफ ट्रायल की मांग की थी

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मैरी कॉम ने ओलंपिक क्वालीफायर के लिए हो रहे ट्रायल्स में निकहत जरीन को फाइनल मुकाबले में हरा दिया है. इसके साथ ही फरवरी 2020 में चीन के वुहान में होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर इवेंट में मैरी कॉम 51 किलो वर्ग में भारत की चुनौती पेश करेंगी.

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दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में शनिवार 28 दिसंबर को महिलाओं के ट्रायल्स के आखिरी दिन फाइनल में मैरी ने बंटे हुए फैसले (स्प्लिट डिसीजन) में निकहत को 9-1 से हराया और क्वालीफायर इवेंट के लिए भारतीय टीम में अपनी जगह बनाई.

चीन के वुहान में 3 फरवरी से बॉक्सिंग का ओलंपिक क्वालीफायर इवेंट होना है.

सेलेक्शन विवाद के बाद हुआ ट्रायल

ट्रायल्स के पहले राउंड में अपने-अपने मुकाबले जीतकर निकहत और मैरी कॉम आमने-सामने थे. इस मुकाबले पर सबकी निगाहें थीं, क्योंकि लगातार सेलेक्शन नीति को लेकर निकहत जरीन ने आवाज उठाई थी.

निकहत ने मैरी को ओलंपिक क्वालीफायर इवेंट में सीधा एंट्री देने के बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रमुख अजय सिंह के फैसले के खिलाफ चुनौती दी थी. निकहत ने तब खेल मंत्री किरेण रिजीजू से दखल की मांग की थी.

दरअसल, विवाद की शुरुआत वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के ट्रायल्स के दौरान हुई थी. अगस्त में हुए उन ट्रायल्स में मैरी और निकहत की बाउट के दिन फेडरेशन ने ट्रायल किए बिना ही मैरी को वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में शामिल किया था.

इसके बाद से ही निकहत लगातार भेदभावपूर्ण रवैये का मुद्दा उठाती रही और मैरी के खिलाफ ट्रायल की मांग करती रही. हालांकि इसके बावजूद निकहत को ट्रायल का मौका नहीं मिला.

वर्ल्ड चैंपियनशिप से पहले फेडरेशन ने तय किया था कि सिर्फ फाइनल में पहुंचने वाली महिला बॉक्सरों को ही ओलंपिक क्वालीफायर इवेंट के लिए सीधी एंट्री मिलेगी. हालांकि चैंपियनशिप में मैरी फाइनल में पहुंचने में नाकाम रही और ब्रॉन्ज हासिल कर पाई थी.

इसके बाद ही BFI के अध्यक्ष अजय सिंह ने नियम में बदलाव का ऐलान किया था. लगातार दबाव के बाद आखिर फेडरेशन ने अपना फैसला बदला और ट्रायल इवेंट कराने का फैसला किया था.

ट्रायल्स के पहले दिन शुक्रवार 27 दिसंबर को मैरी ने अपनी प्रतिद्वंद्वी रितु ग्रेवाल को हराया था, जबकि निकहत ने नेशनल चैंपियन ज्योति गूलिया को हराया था.

सरिता देवी हारीं

अन्य नतीजों में दो बार की वर्ल्ड चैंपियनशिप की सिल्वर मेडलिस्ट सोनिया लाठेर (57 किग्रा) को साक्षी चौधरी ने शिकस्त दी. एशियान गेम्स की मेडलिस्ट लाठेर, चौधरी के तेज तर्रार आक्रमण के सामने नहीं टिक सकीं.

वहीं 60 किग्रा वर्ग में पूर्व वर्ल्ड चैंपियन एल सरिता देवी, नेशनल चैंपियन सिमरनजीत कौर से हार गयीं. इस मुकाबले में सिमरनजीत की फुर्ती और तेज मुक्के सरिता पर भारी पड़े और पूर्व वर्ल्ड चैंपियन सरिता का एक और ओलंपिक का सपना टूट गया.

वहीं 75 किलो वर्ग में पूजा रानी ने नुपुर को हराकर वुहान के क्वालीफायर इवेंट का अपना टिकट कटा दिया.

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