भारत की निकहत जरीन (Nikhat Zareen) ने महिला विश्व चैंपियनशिप के 52 किग्रा वर्ग मुकाबले में गोल्ड मेडल जीत लिया है. तुर्की के इस्तांबुल में खेले गए फाइनल मुकाबले में Nikhat Zareen ने थाईलैंड की जितपोंग जुतामास को हराया है. इस प्रकार मैरी कॉम, सरिता देवी, जेनी आरएल और लेख केसी के बाद Nikhat Zareen विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाली केवल पांचवीं भारतीय महिला मुक्केबाज बन गईं हैं.
फाइनल में अपने थाई प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ निखत जरीन ने शानदार परफॉर्म किया और गोल्ड अपने नाम किया. जजों ने निकहत के पक्ष में 30-27, 29-28, 29-28, 30-27, 29-28 का स्कोर दिया. यानी पांचो बाउट में निकहत ने अपने प्रतिद्वंद्वी से ज्यादा स्कोर किया. निकहत ने जितपोंग जुतामास को इससे पहले 2019 थाईलैंड ओपन के सेमीफाइनल में भी हराया था.
निकहत जरीन इस पूरे चैंपियनशिप में अपने वर्ग में सबसे प्रभावशाली मुक्केबाज रही हैं. उन्होंने सिर्फ फाइनल ही नहीं, बल्कि पिछले चार मुकाबलों में भी 5-0 के स्कोर के साथ जीत हासिल की है.
गौरतलब है कि 25 साल की निकहत जरीन पूर्व जूनियर यूथ वर्ल्ड चैंपियन रह चुकी हैं.
निकहत जरीन के अलावा मनीषा (57 किग्रा) और परवीन (63 किग्रा) भी ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम करके पोडियम तक पहुंची. यानी भारतीय महिला दल ने दुनिया के इस सबसे बड़े मुक्केबाजी आयोजन में तीन मेडल के साथ अपने कैम्पेन को खत्म किया. चैंपियनशिप में भाग लेने वाले 12 भारतीय मुक्केबाजों में से आठ ने इस साल के टूर्नामेंट में क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई.
इस बार इस्तांबुल में जीते तीन पदक के साथ, महिला विश्व चैंपियनशिप के 12 संस्करणों में भारत की कुल मेडल संख्या 39 हो गई है. इसमें 10 गोल्ड, 8 सिल्वर और 21 ब्रॉन्ज शामिल हैं.
मालूम हो कि 73 देशों के 310 मुक्केबाजों ने महिला विश्व चैंपियनशिप 2022 में हिस्सा लिया था.
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