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रवि दहिया ने जीता एशियन चैंपियनशिप का गोल्ड, फाइनल में हारे बजरंग

भारत को गौरव बालियान और सत्यव्रत कादियान ने भी सिल्वर मेडल दिलाए

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रवि दहिया ने नई दिल्ली में हो रही एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप के 57 किग्रा पुरूष फ्रीस्टाइल वर्ग में गोल्ड मेडल हासिल कर लिया, लेकिन भारत के लिये ओलंपिक के सबसे बड़े दावेदार बजरंग पूनिया को फाइनल में जापान के ताकुतो ओटोगुरो से हार का सामना करना पड़ा.

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घरेलू पहलवानों ने शानदार प्रदर्शन किया और पांच में से चार फाइनल में पहुंचे लेकिन केवल एक ही पोडियम में शीर्ष स्थान हासिल कर सका.

रवि ने कजाखस्तान के नूर सुल्तान में हुई 2019 विश्व चैम्पियनशिप में दिखा दिया था कि वह भविष्य के स्टार हैं. तब रवि ने ब्रॉन्ज अपने नाम किया था. अब केडी जाधव इंडोर स्टेडियम में गोल्ड जीतकर रवि ने फिर यह साबित कर दिया.

बजरंग (65 किग्रा) के अलावा गौरव बालियान (79 किग्रा) और सत्यव्रत कादियान (97 किग्रा) को भी सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा.

ओटोगुरो से फिर हारे बजरंग

दुनिया के दूसरे नंबर के पहलवान बजरंग प्रतियोगिता में डिफेंडिंग चैम्पियन के रूप में उतरे थे और उन्होंने फाइनल तक पहुंचने से पहले केवल दो प्वाइंट्स गंवाये थे, लेकिन वह ओटोगुरो से 2018 विश्व चैम्पियनशिप खिताबी भिड़ंत का बदला नहीं चुका सके.

उस समय उनका ‘लेग डिफेंस’ बड़ा मुद्दा था लेकिन शनिवार को वह जवाबी हमले में ओटोगुरो से हार गये. उन्हें दुनिया के नौंवे नंबर के खिलाड़ी से 1-10 से हार का सामना करना पड़ा.

मैच के बाद बजरंग ने कहा,

‘‘इन सभी पहलवानों से भिड़ना काफी अहम था क्योंकि ओलंपिक में मैं उनसे भिड़ूंगा. मैंने इससे सबक सीख लिया है. मैं वैसे नहीं लड़ सका जैसे मैं चाहता था. उसके जवाबी हमले काफी अच्छे थे और मुझे इस पर काम करना होगा. ’’
भारत को गौरव बालियान और सत्यव्रत कादियान ने भी सिल्वर मेडल दिलाए
बजरंग को एक बार फिर ओटोगुरो से हार का सामना करना पड़ा
(फोटोः PTI)

बजरंग के कोच शाको बेनेटिनिडिस ने स्वीकार किया कि ओटोगुरो काफी मजबूत था.

बजरंग को पिछले कुछ समय से ‘लेग डिफेंस’ और बड़ी बढ़त गंवाने में समस्या हो रही थी लेकिन शनिवार को इससे उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई और वह 65 किग्रा में शुरू से मजबूत बने रहे.

उन्होंने अपनी सारे मुकाबले तकनीकी श्रेष्ठता के बूते जीते जिसमें उन्होंने ताजिकिस्तान के जमशेद शारीफोव, उज्बेकिस्तान के एबोस राखमोनोव और ईरान के अमीरहुसैन अजीम मागसौदी को शिकस्त दी, लेकिन वह फाइनल में हार गये.

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रवि का पहला गोल्ड

इससे पहले दहिया ने 57 किग्रा में दमदार प्रदर्शन करते हुए जापान के युकी ताकाहाशी को 14-5 से मात दी. टोक्यो ओलंपिक के लिये मजबूत दावेदार के रूप में आगे बढ़ रहे रवि ने फिर मंगोलिया के तुग्स बतजारगल को हराया.

भारत को गौरव बालियान और सत्यव्रत कादियान ने भी सिल्वर मेडल दिलाए
रवि ने ताजिकिस्तान के पहलवान को 10-0 से फाइनल में हरा दिया
(फोटोः PTI)

सेमीफाइनल में उज्बेकिस्तान के नूरीस्लाम सनायेव रवि के सामने जरा भी चुनौती पेश नहीं कर सके.

दहिया ने फाइनल में ताजिकिस्तान के हिकमातुलो वोहिदोव पर (10-0) तकनीकी श्रेष्ठता से जीत हासिल की.

सत्यव्रत कादियान 97 किग्रा वर्ग फाइनल में ईरान के मोजताबा मोहम्मदशफी गोलिज से 0-10 से हार गए.

भारत को गौरव बालियान और सत्यव्रत कादियान ने भी सिल्वर मेडल दिलाए
सत्यव्रत कादियान को 97 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में हार के बाद सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा
(फोटोः PTI)

वहीं 79 किग्रा वर्ग में गौरव बालियान को गोल्ड मेडल के लिए हुए मुकाबले में किर्गिस्तान के अर्सलान बुडाजापेव से 5-7 से हार का सामना करना पड़ा.

आज पांच भारतीय खेलने उतरे जिसमें से केवल नवीन 70 किग्रा में फाइनल में पहुंचने से चूक गये थे और सेमीफाइनल में ईरान के अमीरहुसैन अली होसनेनी से 2-3 से हार गये. बाद में ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में कजाखस्तान के मेरजान अशीरोव ने उन्हें शिकस्त दी.

(इनपुटः भाषा)

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