भारतीय महिला और पुरुष क्रिकेटर एक मैच में एक साथ नहीं खेल सकते हैं. ये कहना है सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त प्रशासकों की कमेटी का. इंडियन एक्सप्रेस अखबार के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त प्रशासकों की समिति ने इंडियन प्रीमियर लीग की टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की उस अपील को खारिज कर दिया है जिसमें भारतीय महिला और पुरुष क्रिकेट खिलाड़ियों के एक T20 एग्जिबिशन मैच में एक साथ खेलने की बात कही गई थी.
आरसीबी के मुताबिक इस मैच में विराट कोहली से लेकर महिला क्रिकेटर हरमनप्रीत कौर और मिताली राज जैसे बड़े क्रिकेटर्स को एक साथ खेलना था.
बता दें कि आरसीबी ने मिक्स्ड जेंडर मतलब महिला और पुरुष खिलाड़ियों के एक साथ मैच खेलने की योजना बनाई थी, जोकि इंग्लैंड में चल रहे आईसीसी वर्ल्ड कप के बाद खेला जाना था.
हालांकि बीसीसीआई की मंजूरी से पहले ही आईपीएल के मैच के दौरान इस एग्जिबिशन मैच के लिए प्रमोशन शुरू हो गया था. शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त प्रशासकों की कमेटी ने अनुमति के खिलाफ फैसले में कहा कि बीसीसीआई का नियम कॉन्ट्रैक्ट पर खेल रहे किसी भी खिलाड़ी को किसी भी एग्जिबिशन मैच में खेलने की इजाजत नहीं देता है.
इंडियन एक्सप्रेस को बीसीसीआई के सूत्र ने बताया है कि आरसीबी ने मिक्स्ड जेंडर T20 एग्जिबिशन मैच के लिए अनुमति मांगी थी, ये मैच रॉयल चैलेंज स्पोर्ट्स ड्रिंक के कैंपेन लॉन्च के लिए होना था. लेकिन यह बीसीसीआई के नियमों के खिलाफ है. BCCI खिलाड़ियों को एग्जिबिशन खेलों का हिस्सा बनने की अनुमति नहीं देता है और इसीलिए इस अपील को ठुकरा दिया गया है.
चैलेंज एक्सेप्टेड कैंपेन
रॉयल चैलेंज ने महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने कि लिए एक #ChallengeAccepted कैंपेन का शुरू किया था. इस कैंपेन में मैच की तारीख का खुलासा नहीं किया था. लेकिन इस कैंपेन के फ्रैंचाइजी ने अप्रैल में विराट कोहली के बयान वाला एक प्रेस रिलीज निकाला था.
बयान में आरसीबी के कप्तान कोहली ने कहा,
“पुरुष हो या महिला, क्रिकेट एक खेल है, और मैं प्रशंसकों से उन सीमाओं को तोड़ने का आग्रह करना चाहता हूं जो उनके दिमाग में मौजूद हैं, जो खेल को लिंग से बांटते हैं. खेल में समानता का मतलब जीवन में समानता है, और अगर हम एक बेहतर कल चाहते हैं, तो हमें #ChallengeAccepted कहने और सभी रूढ़ियों को तोड़ने की शुरुआत करने की जरूरत है. ”
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