भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट से कहा कि उसने 3 मई को ही 74 किलोग्राम फ्री-स्टाइल वर्ग में भारत की ओर से नरसिंह पंचम यादव का नाम भेज दिया था.
हाईकोर्ट ने इस मामले में अपना फैसला 6 जून तक के लिए सुरक्षित रख लिया है. गौरतलब है कि कोर्ट दो बार के ओलम्पिक पदक विजेता सुशील कुमार की याचिका पर सुनवाई कर रहा है.
सुशील इस वर्ग में रियो ओलम्पिक जाना चाहते हैं, लेकिन नरसिंह पहले ही इस वर्ग में ओलम्पिक कोटा हासिल कर चुके हैं. सुशील चाहते हैं कि ट्रायल से फैसला हो कि कौन रियो जाएगा.
सुशील कुमार इससे पहले भारत के लिए दो मौकों पर ओलम्पिक पदक जीत चुके हैं. बीजिंग में सुशील ने कांस्य जीता था, फिर लंदन में रजत पदक. लेकिन दोनों पदक उन्होंने 66 किलोग्राम वर्ग में जीते थे, जिस वर्ग को अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक संघ ने 2014 में समाप्त कर दिया था. इसके बाद सुशील ने 74 किलोग्राम का रुख किया, जिसमें नरसिंह भारत के नम्बर वन पहलवान हैं.
चोट के कारण सुशील रियो ओलम्पिक के लिए क्वालिफाईंग टूर्नामेंट में नहीं खेल सके और इसी दौरान नरसिंह ने ओलम्पिक टिकट हासिल किया. अब सुशील चाहते हैं कि उनका नरसिंह के साथ मुकाबला हो और जो जीते, वही रियो जाए. लेकिन महासंघ इसके लिए तैयार नहीं दिख रहा है. इसी को लेकर सुशील ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
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