ADVERTISEMENTREMOVE AD

बांग्लादेश बना U-19 क्रिकेट वर्ल्ड चैंपियन, भारत का सपना टूटा

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

बांग्लादेश के जूनियर क्रिकेटरों ने अपना नाम देश और दुनिया के क्रिकेट इतिहास में बेहद खास अक्षरों में दर्ज करा लिया है. बांग्लादेश ने आईसीसी अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम कर लिया है. क्रिकेट के किसी भी स्तर पर, किसी भी फॉर्मेट में, बांग्लादेश पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बन गया. बांग्लादेश ने ये उपलब्धि हासिल की अपने पड़ोसी देश और अपने से ज्यादा मजबूत भारतीय टीम के खिलाफ.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
फाइनल में बांग्लादेश ने भारत को रोमांचक मुकाबले में 3 विकेट (डकवर्थ-लुइस नियम) से हरा दिया. इसके साथ ही भारत का लगातार दूसरी बार और रिकॉर्ड पांचवी बार खिताब जीतने का सपना अधूरा रह गया. वहीं बांग्लादेश ने अपना पहला खिताब जीत इतिहास रच दिया.
बांग्लादेश के कप्तान अकबर अली ने बेहतरीन पारी खेल बांग्लादेश के लिए ऐतिहासिक वर्ल्ड कप जीत लिया
(फोटोः ICC)

रवि बिश्नोई के बेहतरीन स्पैल के कारण एक वक्त भारतीय टीम मैच में वापस आती दिखी और बांग्लादेशी टीम बिखरने लगी थी, लेकिन कप्तान अकबर अली ने टीम को संभाला. बीच पारी में रिटायर्ड हर्ट होकर मैदान छोड़ने वाले ओपनर परवेज हुसैन चोट के बावजूद मैदान पर लौटे और अपने कप्तान के साथ मिलकर टीम की जीत की बुनियाद रखी.

आखिर में जब बांग्लादेश जीत के करीब पहुंच गया था, तो बारिश के कारण कुछ देर के लिए खेल रोका गया. जब खेल शुरू हुआ तो बांग्लादेश को जीत के लिए 30 गेंदों में सिर्फ 7 रन की जरूरत थी, जिसे टीम ने आसानी से हासिल कर लिया.

कप्तान अकबर ने 43 रन बनाए और टीम को चैंपियन बनाकर वापस लौटे. राकिबुल हसन ने भी अपने कप्तान का अच्छा साथ दिया और 25 गेंद में 7 रन बनाकर भारतीय गेंदबाजों को विकेट नहीं निकालने दिया.

0

बल्लेबाजों ने किया निराश

पोचेफ्स्ट्रूम के सेनवेस पार्क में बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया. टीम के तेज गेंदबाजों ने अपने कप्तान के फैसले को सही साबित किया और भारतीय बल्लेबाजों को कोई मौका नहीं दिया.

भारतीय टीम पूरी पारी के दौरान संघर्ष करती रही. सिर्फ यशस्वी जायसवाल और तिलक वर्मा ने टीम को संभाला. दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिए हुई 94 रन की साझेदारी ने टीम के लिए अच्छी बुनियाद रखी, लेकिन बाकी सभी बल्लेबाज नाकाम रहे.

यशस्वी अपने दूसरे शतक से चूक गए और 88 रन बनाकर आउट हुए. तिलव वर्मा ने 35 रनों का योगदान दिया. भारतीय बल्लेबाजों के खराब शॉट और खराब रनिंग के अलावा बांग्लांदेश के गेंदबाजों ने भी बेहतरीन बॉलिंग की. भारतीय टीम सिर्फ 177 रन पर ढेर हो गई थी.

बिश्नोई ने बदल दिया था खेल

जवाब में बांग्लादेश ने शानदार शुरुआत की. भारतीय ओपनिंग जोड़ी जहां संघर्ष कर रही थी, तो वहीं बांग्लादेश के दोनों ओपनर ने भारतीय गेंदबाजों को आसानी से खेला. ओपनर तंजीद हसन और परवेज हुसैन ने 50 रन की साझेदारी की.

यहां से मैच भारत के पक्ष में झुकना शुरू हुआ. 9वें ओवर में टूर्नामेंट में भारत के सबसे सफल गेंदबाज रवि बिश्नोई ने अपने पहले ही ओवर में टीम जरूरी सफलता दिलाई और तंजीद (17) को आउट कर दिया.

इसके बाद तो बिश्नोई ने बांग्लादेश के मिडिल ऑर्डर को पूरी तरह बिखेर दिया. अपने तीसरे और चौथे ओवर में बिश्नोई ने लगातार 2 विकेट और लेकर भारत की मैच में वापसी करा दी.

जल्द ही सुशांत मिश्रा ने भी 2 अहम विकेट लेकर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया था. एक वक्त बांग्लादेश ने सिर्फ 102 रन पर 6 विकेट गंवा दिए थे, लेकिन इसके बाद चोट से वापस लौटे ओपनर परवेज हुसैन (47) ने कप्तान अकबर अली के साथ मिलकर भारत को वापसी का मौका नहीं दिया.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×