सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) ने सोमवार को यह स्पष्ट कर दिया कि कपिल देव की अध्यक्षता वाली क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ही भारतीय क्रिकेट टीम के अगले मुख्य कोच का चयन करेगी. सीओए ने कहा कि समिति में किसी भी तरह के हितों का टकराव नहीं है.
सीओए के प्रमुख विनोद राय ने बैठक के बाद कहा कि समिति ने सदस्य कपिल देव, अंशुमान गायकवाड और शांता रंगास्वामी के द्वारा दिए गए घोषणाओं को देख लिया है और उन्हें कोच चुनने की इजाजत दे दी गई है.
“हमने इसे देख लिया है और यह ठीक है. अगस्त के मध्य में कोच पद के लिए उम्मीदवारों की छंटनी की जाएगी और फिर इसके बाद कोच का चुनाव किया जाएगा. इस मामले में सीएसी का फैसला अंतिम होगा.”विनोद राय, CoA
गौरतलब है कि भारतीय टीम के नए कोच का चुनाव करने के लिए सीओए ने अपनी पिछली बैठक में कपिल की अध्यक्षता में एक क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) का गठन किया था. इस समिति का काम नए कोच का चुनाव करना है. इसमें कपिल के अलावा अंशुमान गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी दो अन्य सदस्य हैं.
बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी ने सीएसी से किसी भी तरह के हितों का टकराव स्पष्ट करने को कहा था. राय ने हालांकि बीसीसीआई के कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.
इस बीच, 26 राज्यों के क्रिकेट एसोसिएशनों ने बीसीसीआई के नए संविधान को स्वीकार कर लिया है और निर्वाचन अधिकारी की नियुक्ति की है. राय ने उम्मीद जताई कि चुनाव के समय तक यह संख्या 30 तक हो सकती है.
उन्होंने एक बार फिर से यह स्पष्ट कर दिया कि जिन संघों ने बीसीसीआई के संविधान को लागू नहीं किया है, उन्हें वोट देने की इजाजत नहीं दी जाएगी.
सीओए के प्रमुख ने कहा, "26 राज्यों ने इसे लागू कर दिया है और निर्वाचन अधिकारी का चुनाव कर लिया है. उन्हीं राज्यों को मत देने का अधिकार दिया जाएगा, जिन्होंने इसे लागू किया है."
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