भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का कामकाज देखने के लिए सर्वोच्च अदालत द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) शुक्रवार 26 जुलाई को दिल्ली में एक बैठक करेगी. बैठक में भारतीय क्रिकेटरों के बीच मतभेद की खबरों को खारिज किए जाने की संभावना है.
वर्ल्ड कप से भारत के बाहर होने के बाद से ही ऐसी खबरें आ रही है टीम में मतभेद है. ऐसी अफवाहें चल रही है कि टीम के कुछ सीनियर खिलाड़ी यह कह रहे हैं एक क्रिकेटर द्वारा बीसीसीआई के 'फैमिली क्लॉज' का उल्लंघन किया गया है.
सीओए के एक सदस्य ने आईएएनएस से कहा कि समिति जब शुक्रवार को बैठक करेगी तो वह में मतभेद पर चर्चा नहीं करेगी. उन्होंने कहा,
“सीओए, मीडिया में आई खबरों पर प्रतिक्रिया नहीं दे सकती है. अगर खिलाड़ियों को कोई समस्या है तो वे हमारे पास आ सकते हैं. जहां तक समिति को पता है खिलाड़ियों में कोई मतभेद नहीं है.”
वहीं बीसीसीआई के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि सीओए को या तो ऐसी अफवाहों पर ध्यान देकर हल करना चाहिए या फिर इनका अंत करना चाहिए. अधिकारी ने कहा कि इसके लिए टीम मैनेजर से रिपोर्ट मांगना एक बेहतर विकल्प है.
“बेहतर होता कि सीओए एडिमिनिस्ट्रेशन पर ज्यादा ध्यान देते, जो सही मायनों में उनका काम है. सीओए में कोई है कि बोर्ड की राजनीति में घुसने की कोशिश कर रहा है और इस चक्कर में असली काम पूरा नहीं हो पा रहा है. टीम में टकराव की खबरों से हम सब परेशान हैं. टीम मैनेजर को इस मुद्दे पर रिपोर्ट देने के लिए कहा जा सकता है क्योंकि ये एडमिनिस्ट्रेशन का मसला है.”बीसीसीआई अधिकारी, IANS से बातचीत में
वर्ल्ड कप से भारत के बाहर होने के बाद सीओए द्वारा खबरों की समीक्षा पर बोलते हुए बोर्ड अधिकारी ने सवाल खड़ा किया कि हालात को इतना खराब होने देना सही नहीं.
“ध्यान हटाने की कोशिश के लिए समीक्षाओं की अचानक घोषणा की जा रही है, लेकिन वे समीक्षा कहां हैं? क्या इस तरह से हालात को बिगड़ने देना सही है?”
विश्व कप से भारत के बाहर होने के बाद सीओए प्रमुख विनोद राय ने यह घोषणा की थी कि टूर्नामेंट में टीम के प्रदर्शन पर एक समीक्षा बैठक की जाएगी.
(IANS)
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