वीडियो एडिटर: प्रशांत चौहान
कैमरा: वैष्णवी सिंह
ICC वर्ल्ड कप 2019 के पहले मैच में कुछ ही घंचे बचे हैं. पहले मैच में मेजबान इंग्लैंड का सामना दक्षिण अफ्रीका से होगा. इस बार टूर्नामेंट का फॉर्मेट अलग होगा. सभी टीमें लीग फॉर्मेट में एक दूसरे के खिलाफ खेलेंगी. हर बार की तरह इस बार भी टीमों में युवा प्रतिभाएं नजर आ रही हैं, जिनमें अपनी टीम को जीत दिलाने का उत्साह दिख रहा है. 27.20 की औसत उम्र के साथ अफगानिस्तान इस टूर्नामेंट की टीम सबसे युवा टीम है. अफगानिस्तान के अलावा पाकिस्तान और वेस्ट इंडीज की टीमों में भी कई युवा खिलाड़ी हैं, जो अहम मौकों पर हवा का रुख अपनी टीमों की तरफ मोड़ सकते हैं. ऐसे में उन युवा क्रिकेटरों पर एक नजर जो इंग्लैंड और वेल्स में इस वर्ल्ड कप के दौरान शानदार खेल दिखा सकते हैं.
मुजीब उर रहमान
18 साल के युवा खिलाड़ी मुजीब खुद से कुछ ही साल सीनियर राशिद खान को ही फॉलो करते हुए चल रहे हैं और इन दोनों गेंदबाजों की जोड़ी आने वाले वर्ल्ड कप में खतरनाक साबित हो सकती है. मुजीब ने वनडे क्रिकेट में 30 मैचों में 51 विकेट लिए हैं. मुजीब के पास ऑफ स्पिन के साथ-साथ लेग स्पिन और गुगली डालने में भी महारत है. इसीलिए मुजीब किसी भी बल्लेबाज के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं.
जोफ्रा आर्चर
वर्ल्ड कप में आर्चर काफी दिलचस्प ऑलराउंडर साबित हो सकते हैं. आर्चर इंडियन फैंस के लिए एक जाना-माना नाम हैं, क्योंकि उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के लिए आईपीएल में काफी कारनामे दिखाए. 7 साल का जरूरी अनुभव नहीं होने के बावजूद भी उन्हें इंग्लैंड ने अपने वर्ल्ड कप स्क्वॉड में शामिल किया है. लगभग 140 किमी की रफ्तार से लगातार गेंदबाजी करने वाले आर्चर जरूरत पड़ने पर इंग्लैंड को अहम विकेट दिला सकते हैं. यह तेज गेंदबाज शुरुआती और मिडिल ओवर्स में गेंदबाजी कर सकता है. उनका इंग्लैंड की टीम में डेब्यू कुछ खास नहीं रहा, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि उनका वर्ल्ड कप डेब्यू यादगार साबित नहीं हो सकता.
शाहीन अफरीदी
मासूम से दिखने वाले शाहीन अफरीदी पाकिस्तानी फास्ट बॉलरों की नई पीढ़ी को रिप्रेजेंट करते हैं. 18 साल के इस युवा पेसर के पास पाकिस्तानी पेस विरासत को साबित करने के लिए सब कुछ है. शाहीन ने छह से कम की इकॉनमी रेट से अब तक 14 मैचों में 24 विकेट हासिल किए हैं. दुबले-पतले और लंबे कद के शाहीन पिच पर एक्सट्रा बाउंस आसानी से हासिल कर लेते हैं. यह उनका सबसे घातक हथियार है. शाहीन अगर शुरुआती ओवर में एक्यूरेसी के साथ बॉलिंग करते हैं तो पाकिस्तान को वर्ल्ड कप में बड़ा फायदा मिल सकता है.
मोहम्मद हसनैन
19 साल के इस पेसर ने इस साल घरेलू मैचों में अपने परफॉर्मेंस से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा. हैदराबाद में पैदा हुआ यह पेसर 151 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंक सकता है. अमूमन हसनैन 140 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा रफ्तार से गेंदबाजी करते रहते हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट में हसनैन अभी तीन महीने पहले ही आए हैं, लेकिन उनकी तूफानी गेंदबाजी विपक्षी खेमे में खलबली मचा सकती है. इंग्लैंड की पिच पर अगर वह अपनी लेंथ और ताकत से बॉलिंग करते हैं तो बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं.
इमाम उल हक
पाकिस्तानी क्रिकेट सर्किल में बहस का सबसे बड़ा मुद्दा इमाम का सेलेक्शन बना हुआ है. इमाम उल हक ने अपने छोटे से क्रिकेट करियर में वक्त-वक्त पर ये साबित किया है कि वो भाई- भतीजावाद की वजह से नहीं, बल्कि अपने टैलेंट के दम पर खेल रहे हैं.
पूर्व क्रिकेटर इंजमामुल हक के भतीजे इमाम उल हक ने 60 के एवरेज से खेलते हुए 28 मैचों में 6 शतक जड़े हैं. इमाम उल के पास कामयाब होने के लिए टेकनीक है, लेकिन घूमती हुई गेंद के खिलाफ उनकी कमजोरी, परेशानी का सबब बन सकती है. मजबूत ड्राइव के साथ इमाम एक पावर-हिटर की तुलना में एक कंसॉलिडेटर हैं
इमाम अप्रैल से इंग्लैंड में खेल रहे हैं. हाल ही में इंग्लैंड में हुए वन डे सीरीज में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 151 रन का बनाकर अपने वन डे करियर का हाईएस्ट स्कोर बनाया है. टॉप ऑर्डर में पाकिस्तान को मजबूती दिला सकते हैं.
कगिसो रबाडा
इस दक्षिण अफ्रीकी टैलेंट के बारे में बात करने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है. सब कुछ जगजाहिर है. मिस्टर रबाडा के बिना बेहतरीन युवा क्रिकेटरों की कोई भी लिस्ट इन दिनों अधूरी कही जाएगी. टेस्ट क्रिकेट में वे पहले से ही नंबर एक गेंदबाज है. रबाडा दक्षिण अफ्रीकी पेस अटैक की अगुवाई कर रहे हैं और टूर्नामेंट के आखिर में बॉलिंग चार्ट में अगर वे सबसे ऊपर रहें तो किसी को हैरानी नहीं होगी. 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार पर उनकी गेंदबाजी कसिस्टेंट रही है. रबाडा पर चर्चा निश्चित तौर पर सभी टीम बैठकों का हिस्सा होंगी.
शिमरोन हेटमेयर
विंडीज के मौजूदा बल्लेबाजों में सबसे टैलेंटेड में से एक, शिमरोन हेटमेयर के नाम महज 25 एकदिवसीय मैचों में चार शतक हैं. गुयाना के इस बल्लेबाज को पता है कि आईसीसी टूर्नामेंट में किस तरह खेलना है. याद रहे, उन्होंने 2016 में अंडर -19 वर्ल्ड कप के लिए वेस्टइंडीज टीम की कप्तानी की थी और उसे खिताबी जीत दिलाई थी. हेटमेयर भी सीनियर वर्ल्ड कप की यादगार शुरुआत करना चाहेंगे. हेटमेयर अपनी निडरता और चुनौतियों का सामना करने की काबिलियत के बलबूते विरोधियों को हैरान कर सकते हैं.
निकोलस पूरन
विंडीज का एक और नया खिलाड़ी मैदान में. इस साल के आईपीएल में विकेटकीपर निकोलस पूरन ने दिखाया कि वे बल्ले से क्या कर सकते हैं. कैरेबियन बल्लेबाजों की पावर-हिटिंग क्षमता जगजाहिर है. पूरन भी लंबी पारी खेलने में सक्षम हैं. भले ही कीपर के रूप में वो पहली पसंद न हों, लेकिन भारतीय मूल का ये क्रिकेटर बल्लेबाज के रूप में कमाल दिखा सकता है. उनकी बड़े हिट लगाने की क्षमता इंग्लैंड में काम आ सकती है.
ओशेन थॉमस
जमैका के इस 6 फुट 6 इंच लंबे गेंदबाज के पास वो सब कुछ है, जो एक फास्ट बॉलर के पास होना चाहिए- स्ट्रॉन्ग एक्शन, बाउंसर, यॉर्कर और स्विंग. एक्सप्रेस स्पीड के साथ बॉल को स्विंग कराने की क्षमता उन्हें इंग्लैंड में काफी उपयोगी बनाती है. रॉ पेस की वजह से थॉमस विंडीज के लिए सफल साबित हो सकते हैं.
मेहदी हसन
बांग्लादेश के युवा ऑलराउंडर मेहदी हसन में पूरी क्षमता है कि वो इस वर्ल्ड कप के लिए सरप्राइज पैकेज बनकर उभर सकते हैं. एक ऑलराउंडर, जो दाएं हाथ से स्पिन गेंदबाजी करता है. मेहदी लोअर ऑर्डर में आसानी से बल्लेबाजी कर सकते हैं. जहां तक ऑफ स्पिन की बात है, तो इंग्लिश पिचों पर इसकी ज्यादा उम्मीद नहीं की जा सकती. लेकिन अगर गर्मी में पिच टर्न लेने लगे, तो मेहदी को खेलना मुश्किल हो सकता है.
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