क्यों करते हो मुकद्दर पर भरोसा,
वो मौसम की तरह होता है कभी भी बदल सकता है
किसी अजीज शायर की लिखी ये लाइने इस आईपीएल सीजन (IPL 2022) 2 टीमों की हालत को सबसे बेहतर बयां करती हैं. एक मुंबई और दूसरी चेन्नई. अब हालत ये है कि इनपर न सिर्फ मीम बन रहे हैं बल्कि टूर्नामेंट से बाहर होने की नौबत आ चुकी है और खिलाड़ियों का गुस्सा मैदान पर ही साफ दिखने लगा है.
रविवार को चेन्नई और गुजरात के मैच के दौरान भी यही देखने को मिला. जडेजा और ब्रावो एक कैच छूटने से बिल्कुल गुस्साए मूड में नजर आए.
क्यों भड़के ब्रावो और जडेजा?
शिवम दुबे ने डेविड मिलर के कैच को पकड़ने की कोशिश नहीं की. चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ गुजरात टाइटंस की टीन 170 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी. मिलर पहले ही अपना अर्धशतक बना चुके थे और खेल को सीएसके से दूर ले जाना चाह रहे थे. यह खेल का 17वां ओवर था और गुजरात को 22 गेंदों पर 50 रन चाहिए थे. ड्वेन ब्रावो ओवर फेंक रहे थे, मिलर ने गेंद को हवा में डिप मिड-विकेट की ओर मारा, जहां शिवम दुबे फील्डिंग कर रहे थे, लेकिन दुबे ने कैच का प्रयास बिल्कुल नहीं किया. इसने कप्तान रवींद्र जडेजा और डीजे ब्रावो को नाराज कर दिया.
जीटी की शुरुआत अच्छी नहीं थी. उन्होंने 48 रन पर 4 विकेट गंवा दिए, लेकिन मिलर अकेले अकेली लड़ रहे थे. उनकी पारी चेन्नई को मैच से दूर लेकर जा रही थी और जब उनका कैच उठा तो दुबे ने कोशिश ही नहीं की. इससे कप्तान रवींद्र जडेजा या गेंदबाज डीजे ब्रावो भड़क उठे. इसके बाद मिलर ने अपनी पूरी पारी में कोई और मौका नहीं दिया और अंत में राशिद खान की तेज पारी की बदौलत गुजरात ने 1 गेंद रहते जीत दर्ज कर ली.
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