आईपीएल में 29 अप्रैल का दिन एक बार फिर डेविड वॉर्नर के नाम रहा. डेविड वॉर्नर इस सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए आखिरी मैच खेलने मैदान में उतरे थे. अब वो वापस ऑस्ट्रेलिया जाएंगे, जहां उन्हें अपनी नेशनल टीम के साथ वर्ल्ड कप के कैंप में हिस्सा लेना है.
अपने आखिरी मैच में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ उन्होंने 56 गेंद पर 81 रनों की शानदार पारी खेली. इस पारी में 7 चौके और 2 छक्के शामिल थे. डेविड वॉर्नर की इसी पारी की बदौलत सनराइजर्स हैदराबाद ने किंग्स इलेवन पंजाब को 45 रनों के बड़े अंतर से हरा दिया.
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सनराइजर्स हैदराबाद की ये इस सीजन में 12 मैचों में छठी जीत है. इस जीत के बाद वो प्वाइंट टेबल में चौथे नंबर पर है. प्लेऑफ में जाने का उसका दावा इसलिए मजबूत है क्योंकि अभी उसे दो मैच और खेलने हैं. इसमें से एक मैच उसे मुंबई इंडियंस और दूसरा रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ खेलना है.
पहले खेले गए लीग मैचों में मुंबई ने हैदराबाद को हरा दिया था, लेकिन आरसीबी के खिलाफ हैदराबाद को जीत मिली थी. इन समीकरणों से अलग सीधा प्लेऑफ का सीधा समीकरण ये है कि कोलकाता नाइट राइडर्स, किंग्स इलेवन पंजाब और राजस्थान रॉयल्स के मुकाबले उसके खाते में एक जीत ज्यादा है. रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम पहले ही प्लेऑफ की रेस से बाहर हो चुकी है.
कुल मिलाकर डेविड वॉर्नर अपनी टीम के लिए वो ‘प्लेटफॉर्म’ तैयार करके जा रहे हैं जिसके बाद वो जीत का रास्ता खुद तैयार कर सकती हैं. इस सीजन में डेविड वॉर्नर के प्रदर्शन पर बात करना इसलिए जरूरी है क्योंकि आईपीएल के तुरंत बाद विश्व कप खेला जाना है.
ऐसे में वॉर्नर की मौजूदा फॉर्म दुनिया भर की टीमों के लिए एक बड़ी चेतावनी की तरह है. इस सीजन के वॉर्नर के कुछ रिकॉर्ड्स पर नजर डालिए.
क्यों हो रही है वॉर्नर के फॉर्म की चर्चा
डेविड वॉर्नर ने आईपीएल से ही लंबे समय के बाद क्रिकेट मैदान में वापसी की थी. आपको याद दिला दें कि करीब साल भर पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ न्यूलैंड्स टेस्ट में डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ को गेंद के साथ छेड़छाड़ का आरोपी पाया गया था. इसकी सजा के तौर पर वॉर्नर और स्मिथ पर एक-एक साल का प्रतिबंध लगाया गया था.
एक साल की मियाद को देखते हुए ऐसा डर था कि अब वॉर्नर के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी का रास्ता बहुत मुश्किल भरा होगा. लेकिन इस एक साल की मियाद में ऑस्ट्रेलिया की टीम का प्रदर्शन औसत रहा. कई वनडे सीरीज में उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
ये आंकडे देखिए:
जाहिर है कि वॉर्नर के ना रहने पर टीम में जो भी विकल्प आजमाए गए उन्होंने चयनकर्ताओं को प्रभावित नहीं किया. विश्व कप के लिए वॉर्नर की वनडे टीम में वापसी हुई. आईपीएल में उनके खेल में प्रदर्शन की वो भूख भी दिखाई दी जो खिलाड़ी अपने सम्मान के लिए दिखाता है.
डेविड वॉर्नर जानते हैं कि एक शर्मनाक हरकत से अपने देश के क्रिकेट बोर्ड और लाखों फैंस को निराश करने के बाद उनका भरोसा जीतने का एक ही तरीका है. वो तरीका है मैदान में जबरदस्त प्रदर्शन. यही जबरदस्त प्रदर्शन की भूख दुनिया की बाकि टीमों के लिए बड़ी चेतावनी है.
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