दिल्ली और जिला क्रिकेट एसोसिएशन (DDCA) के अध्यक्ष रजत शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. वरिष्ठ पत्रकार शर्मा ने शनिवार 16 नवंबर को अपने DDCA की एपेक्स काउंसिल को अपना इस्तीफा सौंपा. उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी भी दी. उन्होने कहा कि उनकी ईमानदारी और पारदर्शिता से समझौता किये बिना DDCA को चलाना संभव नहीं है और इसलिए वो इस्तीफा दे रहे हैं.
रजत शर्मा जुलाई 2018 में DDCA के अध्यक्ष चुने गए थे. उन्होंने पूर्व भारतीय क्रिकेटर मदन लाल को चुनाव में हराया था. तब उन्हें पूर्व वित्त मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली का समर्थन मिला था.
अपने बयान में रजत शर्मा ने कहा- “यहां क्रिकेट प्रशासन खींचतान और दबाव से भरा पड़ा है. निजी हित हमेशा ही क्रिकेट के हित से ऊपर रखे जाते हैं.”
उन्होंने कहा,
“ऐसा लगता है कि मेरे ईमानदारी और पारदर्शिता के सिद्धांतों के साथ DDCA चलाना संभव नहीं है और मैं इन सिद्धांतों के साथ कोई समझौता करने को तैयार नहीं हूं.”
साथ ही उन्होंने ट्वीट कर DDCA के सदस्यों से कहा-
“जबसे आपने मुझे DDCA का अध्यक्ष चुना है मैं समय समय पर आपको अपने काम के बारे में जानकारी देता रहा हूँ .मैंने DDCA को बेहतर बनाने के लिए, प्रोफ़ेशनल और पारदर्शी बनाने के लिए जो कदम उठाये उसके बारे में आपको बताया. आपसे किए गए वादों के पूरा होने की जानकारी दी.”
रजत शर्मा ने हाल ही में BCCI राज्य प्रतिनिधि के तौर पर खुद को ही नामित किया था. इस पर एसोसिएशन के कई सदस्यों विरोध जताया था. साथ ही उन्हें DDCA के महासचिव विनोद तिहारा से भी भारी विरोध का सामना करना पड़ा था. तिहारा को एपेक्स काउंसिल में अच्छा खासा समर्थन हासिल है.
रजत शर्मा ने ही हाल में दिल्ली के फिरोज शाह कोटला स्टेडियम का नाम बदलकर अरुण जेटली स्टेडियम रखा था. साथ ही स्टेडियम में भारतीय कप्तान विराट कोहली के नाम पर एक स्टैंड का नाम भी रखा गया था.
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