कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (CWG 2022) में रविवार को भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS-W) के बीच महिला क्रिकेट का फाइनल मैच खेला गया. इस मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा. ऑस्ट्रलिया के खिलाफ 9 रनों से मिली हार के साथ ही भारत का गोल्ड मेडल जीतने का सपना अधूरा रह गया. टूर्नामेंट में भारतीय महिला क्रिकेट टीम को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा.
इस ऐतिहासिक मुकाबले को जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने इतिहास जरूर रच दिया, लेकिन उनकी एक हरकत ने काफी सवाल खड़े कर दिए हैं. ऐसी हरकत जो किसी की जान खतरे में डाल सकती है.
दरअसल, रविवार को फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत के खिलाफ जिस प्लेयिंग इलेवन के साथ उतरी थी, उनमें एक खिलाड़ी कोरोना संक्रमित थी.
खिलाड़ियों के सेहत से खिलवाड़ क्यों?
ऑस्ट्रेलिया टीम को इस बात की खबर पहले ही लग चुकी थी कि उनकी खिलाड़ी ताहलिया मैक्ग्रा (Tahlia McGrath) कोरोना संक्रमित है. इसके बावजूद ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें अपनी प्लेयिंग इलेवन में शामिल किया. ऐसे में यह सवाल उठाना लाजिम है कि
ऑस्ट्रेलिया की टीम ने बाकी खिलाड़ियों के सेहत को जोखिम में क्यों डाला?
क्या ऑस्ट्रेलियाई टीम इस खिलाड़ी के बिना मैच नहीं जीत सकती थी?
क्या ऑस्ट्रेलिया के इस गैर जिम्मेदाराना हरकत को बस इस लिए नजरंदाज कर दिया जाए क्योंकि ये विश्व चैंपियन टीम है.
सवाल तो बहुत से उठेंगे और उठना भी चाहिए क्योंकि कोरोना कोई मजाक नहीं है, पिछले दो सालों में इस महामारी के कारण दुनिया भर के 60 लाख से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई है.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का बयान
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने बयान जारी कर बताया कि ताहलिया मैक्ग्रा कोरोना संक्रमित पाई गयी थी, लेकिन कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन और ICC की ओर से उन्हें खेलने की इजाजत दी गई, जिसके बाद उन्हें टीम में शामिल किया गया. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने बयान में बताया,
“CGF और ICC से सलाह के बाद CGA और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मेडिकल स्टाफ ने कई तरह के प्रोटोकॉल और एहतियाती कदम उठाए हैं, जिनका पालन पूरे मैच के दौरान और उसके बाद किया जाएगा, ताकि खिलाड़ियों और अधिकारियों में संक्रमण का खतरा कम से कम हो”
दूर बैठी दिखी ताहलिया मैक्ग्रा
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने मैच के दौरान एक ट्वीट भी किया जिसमें उनकी ऑलराउंडर ताहलिया मैक्ग्रा ड्रेसिंग रूम में मास्क लगाए बाकी खिलाड़ियों से दूर बैठी दिख रही हैं.
कैसा रहा प्रदर्शन?
कोरोना संक्रमित होने के बावजूद फाइनल मैच में खेलने वाली ताहलिया का प्रदर्शन बेहद खराब रहा. उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से अपनी टीम को निराश किया. वह बल्लेबाजी में 4 गेंदों में 2 रन ही बना सकी. वहीं, गेंदबाजी के दौरान उन्होंने 2 ओवर में 24 रन लुटाए.
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