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मुझे यकीन है, पिच पहले दिन से टर्न लेगी: रहाणे 

पहले टेस्ट मैच की पिच को लेकर शिकायत के बाद बीसीसीआई ने पिच क्यूरेटर को हटा दिया था

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टीम इंडिया के उपकप्तान अजिक्या रहाणे ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें यकीन है कि इंग्लैंड के खिलाफ शनिवार से शुरु हो रहे दूसरे टेस्ट में पिच पहले दिन से ही टर्न लेगी. भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेला जाएगा. पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने भारत को 227 रनों से हराकर चार मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली थी.

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हम अपना बेस्ट देने के लिए तैयार- रहाणे

रहाणे ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "पिच पहले मुकाबले से पूरी तरह अलग होगी. मुझे यकीन है कि इसमें पहले दिन से बदलाव होगा लेकिन जैसा कि मैंने पहले टेस्ट से पहले भी कहा था कि हमें इंतजार कर देखना होगा कि पहले सत्र में यह कैसा रहता है. पहले टेस्ट में क्या हुआ यह हमें भूलना होगा और इस मुकाबले में ध्यान केंद्रित कर अच्छा खेल खेलना होगा. हम यहां कि स्थिति को जानते हैं और अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए उत्सुक हैं."

पहले टेस्ट मैच की पिच को लेकर कुछ भारतीय क्रिकेटरों ने शिकायत की थी जिसके बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पिच क्यूरेटर को हटा दिया था. दूसरे मैच के लिए पिच भारतीय टीम प्रबंधन की देखरेख में तैयार की गयी है.
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स्पिनरों को मिलेगा मौका तो करेंगे बेहतर

रहाणे ने कहा, "पिच अलग होगी जिसमें हमें ढलना होगा. हम एक ही आयोजन स्थल में पहली बार लगातार दो मैच खेलेंगे." उन्होंने हालांकि, अंतिम वनडे के बारे में कुछ भी कहने से फिलहाल इनकार कर दिया.

उपकप्तान ने कहा, "सभी खिलाड़ियों को देखा जा रहा है. अच्छी बात है कि टीम में बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज अक्षर पटेल फिट हो गए हैं. मैं यह नहीं बता सकता कि दूसरे मुकाबले में किन खिलाड़ियों को अंतिम वनडे में जगह दी जाएगी लेकिन अक्षर खेलने के लिए फिट हैं. हमारे सभी स्पिनर काफी अच्छे हैं और मौका मिलने पर वह बेहतर करेंगे."

रहाणे ने टीम के कप्तान विराट कोहली का बचाव करते हुए कहा कि कोहली टीम के एकमात्र कप्तान रहेंगे.

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कैच छोड़ने को लेकर रहाणे बोले- कड़ी मेहनत करनी होगी

रहाणे ने कहा, "कई बार ऐसा होता है कि उम्मीद के अनुरूप ऊर्जा नहीं रहती है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि कप्तान को बदला जाए. कई बार बॉडी लैंग्वेज थोड़ी धीमी पड़ जाती है, विशेषकर मैच के पहले दो दिन ऐसा होना स्वाभाविक है."

उन्होंने कहा, "कई बार हमने कैच छोड़े और हमें कठिन अभ्यास करने की जरुरत है. कई बार ऐसा हो जाता है. कोई भी खिलाड़ी जानबूझकर कैच नहीं छोड़ता. खिलाड़ी मेहनत कर रहे हैं और वह पिछले मुकाबले में जो हुआ उसे दुखी हैं तथा गलतियां दोबारा नहीं हो इस पर काम कर रहे हैं."

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