रविवार 9 फरवरी की शाम को जब साउथ अफ्रीका के पोचेफ्स्ट्रूम में भारत और बांग्लादेश की अंडर-19 क्रिकेट टीमें सेनवेस पार्क मैदान से बाहर निकलेंगी, तो फिर भारत नया रिकॉर्ड बना चुका होगा या बांग्लादेश नया इतिहास. रविवार को होने वाले अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल का नतीजा जूनियर क्रिकेट के लिए बेहद खास होगा.
भारत के पास मौका है रिकॉर्ड पांचवी बार चैंपियन बनने का, जबकि बांग्लादेश पहली बार खिताब जीतकर नया इतिहास बना सकता है. वैसे तो 4 बार चैंपियन बनने का रिकॉर्ड भी अकेले भारत के नाम ही है.
पांचवे खिताब का दावेदार भारत
टूर्नामेंट की सबसे बेहतरीन टीम भारत, पहली बार फाइनल में पहुंचे बांग्लादेश के खिलाफ खिताब जीतने के प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगा. भारत की 2018 की विजेता टीम में पृथ्वी शॉ और शुभमन गिल थे जो सीनियर टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे तो मौजूदा टीम में यशस्वी जायसवाल, स्पिनर रवि बिश्नोई और तेज गेंदबाज कार्तिक त्यागी हैं, जो इस टूर्नामेंट के बाद स्टार बन गए.
फाइनल का नतीजा चाहे जो भी निकले, भारत ने अंडर 19 स्तर पर अपना दबदबा स्थापित कर दिया है.
सेमीफाइनल में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को दस विकेट से हराने वाली भारतीय टीम 2000 के बाद सातवां फाइनल खेलेगी जब उसने पहला खिताब जीता था.
भारतीय टीम को पूरे टूर्नामेंट में सिर्फ एक बार परेशानी झेलनी पड़ी, जब क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भारत को सिर्फ 233 रन पर रोक दिया. इसके बावजूद भारतीय गेंदबाजी के सामने कोई भी टीम नहीं टिक पाई है.
भारत के लिए यशस्वी जायसवाल ने बेहतरीन बल्लेबाजी की है और वो टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. जायसवाल के नाम अभी 1 शतक और 3 अर्धशतक समेत 312 रन हैं. वहीं रवि बिश्नोई 13 विकेट हासिल कर चुके हैं और तीसरे नंबर पर हैं. कार्तिक त्यागी ने भी अपनी रफ्तार और यॉर्कर से सबको प्रभावित किया है.
भारत ही संभवत: ऐसी टीम है जिसने हर अंडर-19 वर्ल्ड कप में नई टीम उतारी है क्योंकि यहां प्रतिभाओं की कमी नहीं है और बुनियादी ढांचा दुरूस्त है.
भारत के अंडर 19 फील्डिंग कोच अभय शर्मा ने कहा,
‘‘टीम की सफलता का सबसे बड़ा कारण है कि हम एक क्रिकेटर को एक ही विश्व कप खेलने देते हैं. दूसरी टीमों में ऐसे क्रिकेटर हैं जो पिछला विश्व कप भी खेले हैं.’’
इतिहास के करीब बांग्लादेश
फाइनल में भारत का सामना बांग्लादेश से होगा जो पिछली बार क्वार्टर फाइनल में हार गई थी. बांग्लादेश पहली बार अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची है. खास बात ये है कि पहली बार बांग्लादेश की कोई क्रिकेट टीम किसी भी क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची है. ऐसे में पहले ही इतिहास बना चुकी बांग्लादेश के पास खुद को इतिहास में दर्ज करने का एक और मौका है.
बांग्लादेश को लेकर अभय शर्मा ने कहा कि बांग्लादेशी टीम बहुत अच्छी है और भारतीय खेमा उन्हें हल्के में नहीं लेने वाला. अभय शर्मा की बात सही भी है, क्योंकि बांग्लादेश ने इस टूर्नामेंट में मेजबान साउथ अफ्रीका और सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को हराया.
बांग्लादेश के कोच अकबर अली ने सेमीफाइनल के बाद कहा था,
‘‘ हम अनावश्यक दबाव नहीं लेना चाहते . भारत के खिलाफ हमें तीनों विभागों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा. मैं अपने प्रशंसकों से कहूंगा कि हमारे लिये दुआ करते रहें .’’
बांग्लादेश की टीम सीनियर-जूनियर, महिला-पुरुष क्रिकेट में कोई भी खिताब आज तक नहीं जीत पाई है. इसलिए टीम के पास पहला अंतरराष्ट्रीय खिताब जीतने का मौका है. वहीं 2000, 2008, 2012 और 2018 की विजेता भारत के पास अपने रिकॉर्ड को और बेहतर बनाने का मौका है.
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