जो पिच बल्लेबाजों के लिए बन गई पहाड़, जिसे कोई बल्लेबाज नहीं कर पा रहा है पार, उसे आज पंत ने तोड़ दिया. इंग्लैंड के खिलाफ तीसरी टेस्ट में इसी पिच पर दो दिन में 30 विकेट गिरे थे. इस टेस्ट में भी इंग्लैंड की पहली पारी तबाह हो चुकी है. भारत की हालत भी बहुत अच्छी नहीं है, लेकिन उसी पिच पर पंत ने बनाई है सेंचुरी. भारत और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच मोटेरा के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम (Narendra Modi Stadium) में खेले जा रहे चौथे टेस्ट में ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने कमाल की बल्लेबाजी करके सबको रोमांचित कर दिया है.
• ऋषभ पंत ने जिस तरह से किलर शॉट लगाए उसको देखकर यह मैच टी-20 जैसा लग रहा था.
• 118 गेंदों में 2 छक्के और 13 चौके लगाए.
• छक्के साथ लगाया शतक.
• भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में शतक जमाने वाले दुनिया में केवल दो ही विकेट कीपर बल्लेबाज हैं. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व महान विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्टट और भारत के ऋषभ पंत.
पंत-वाशिंगटन की सुंदर साझेदारी
अमहदाबाद में खेले गए पिछले दो मैचों में गेंदबाजों का बोलबाला रहा है. पिछले मैच की तरह ही इस मैच में भी विकटों की पतझड़ देखने को मिल रही है. चौथे टेस्ट की पहली पारी में जहां इंग्लैंड 205 पर सिमट गया, वहीं भारत की शुरूआत भी ठीक नहीं थी. 41 रन पर भारत के 3 और 80 के स्कोर पर 4 विकेट वापस पावेलियन पहुंच गए थे. उसके बात पिच होती है पंत की एंट्री. पंत पहले रोहित के साथ मिलकर पारी को संभालते हैं और स्कोर को 80 से 121 तक पहुंचाते हैं. उसके बाद रोहित वापस चल देते हैं. फिर अश्विन के साथ छोटी सी साझेदारी देखने को मिलती है. लेकिन अश्विन के बाद जैसे ही वाशिंगटन आते हैं वैसे ही पंत के साथ उनकी “सुंदर” पारी देखने को मिलती है. दोनों ने 100 से ज्यादा रनों की साझेदारी कर टीम इंडिया को 259 तक पहुंचाया. इसके बाद पंत 101 के स्कोर पर आउट हो गए.
करियर का दूसरा और भारत में पहला शतक
ऋषभ पंत के करियर की यह तीसरी सेंचुरी थी, वहीं भारत में उनके शतक की बात करें तो यह उनका घरेलू धरती पर पहला शतक था. इससे पहले पंत ने जनवरी 2019 को सिडनी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक जमाया था. वहीं पंत ने जब 7 सितंबर 2018 को इंग्लैंड के खिलाफ द ओवल में अपना पहला टेस्ट शतक जमाया था, तब उन्होंने छक्का जड़कर सैकड़ा पूरा किया था.
संकट से निकालने में माहिर पंत
यह पहला मौका नहीं है जब संकट में फंसी टीम को उबारने में पंत ने अहम भूमिका निभाई हो, इससे पहले भी वह टीम के संकटमोचक बन चुके हैं. ऋषभ पंत ऑस्ट्रेलिया दौरे से ही अलग बल्लेबाज नजर आ रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया में एडिलेड टेस्ट में उन्हें टीम में जगह नहीं मिली थी, लेकिन उसके बाद पंत ने सिडनी टेस्ट की चौथी पारी में 97 रन बनाकर भारत की हार टाली थी. इस मैच में वो चोटिल थे, लेकिन टीम के लिए फिर भी बैटिंग करते रहे. इसके बाद ब्रिसबेन में उन्होंने नाबाद 89 रन बनाकर टीम इंडिया को मैच और ऐतिहासिक सीरीज जिताई थी.
इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई की मुश्किल पिच पर भी पंत ने दूसरी पारी में 91 रन बनाए. इसके बाद चेन्नई में ही दूसरे टेस्ट की पहली पारी में पंत ने नाबाद 58 रन बनाए थे.
सिडनी में जब ऑस्ट्रेलिया ने 400 से अधिक रनों का पहाड़ सा लक्ष्य दिया, तो भारतीय टीम खतरे में थी. ऐसे संकट में पांचवें दिन पंत ने दर्द को सहते हुए मोर्चा संभाला. हार की कगार पर खड़ी टीम इंडिया को ड्रॉ तक ले गए. पंत ने उस टेस्ट मैच में भी धमाकेदार पारी खेली और कंगारुओं के छक्के छुड़ा दिए थे. पंत ने 12 चौके, 3 छक्के जड़ते हुए 97 रन बना डाले, लेकिन अंत में शतक से चूक गए थे.
टीम को लगाते हैं पार, खुद रह जाते हैं 100 के इस पार
वैसे तो ऋषभ पंत टीम के लिए संकट के दौर में लकी साबित होते हैं, लेकिन पिछले एक साल में वह खुद के लिए अनलकी साबित हो रहे थे. जनवरी 2019 से लेकर आज के अहमदाबाद मैच तक पंत 4 बार नर्वस 90-80 का शिकार हुए हैं. यानी वह सैकड़े तक जाते-जाते रह गए. इससे पहले 2019 से लेकर वह 97, 89, 91 और 89 रन की पारी खेल चुके हैं.
टीम को लगाते हैं पार, खुद रह जाते हैं 100 के इस पार
वैसे तो ऋषभ पंत टीम के लिए संकट के दौर में लकी साबित होते हैं, लेकिन पिछले एक साल में वह खुद के लिए अनलकी साबित हो रहे थे. जनवरी 2019 से लेकर आज के अहमदाबाद मैच तक पंत 4 बार नर्वस 90-80 का शिकार हुए हैं. यानी वह सैकड़े तक जाते-जाते रह गए. इससे पहले 2019 से लेकर वह 97, 89, 91 और 89 रन की पारी खेल चुके हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)