क्राइस्टचर्च टेस्ट के दूसरे दिन भारतीय गेंदबाजों ने तो बेहतरीन प्रदर्शन कर न्यूजीलैंड को ऑल आउट कर दिया, लेकिन बैटिंग में टीम का ‘फ्लॉप शो’ जारी है. न्यूजीलैंड पर सिर्फ 7 रनों की बढ़त के बाद दूसरी पारी में उतरी भारतीय टीम बुरी तरह बिखर गई. स्टंप्स तक भारत ने सिर्फ 90 रन पर 6 विकेट गंवा दिए और उसके पास सिर्फ 97 रन की बढ़त है.
क्रीज पर फिलहाल हनुमा विहारी (5) और ऋषभ पंत (1) मौजूद हैं. न्यूजीलैंड के लिए दूसरी पारी में ट्रेंट बोल्ट ने 3 विकेट ले लिए हैं, जबकि टिम साउदी, डि ग्रांडहोम और नील वैग्नर को 1-1 विकेट मिला.
भारतीय गेंदबाजों की वापसी के बाद लगा था कि टीम इंडिया के बल्लेबाज भी जिम्मेदारी भरी पारी खेलेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. मयंक अग्रवाल (3) दूसरी पारी में भी ट्रेंट बोल्ट की घातक इनस्विंगर का शिकार बने. ऑफ स्टंप पर पड़ी गेंद तेजी से अंदर आई और ऑफ-मिडिल स्टंप को हिट करती दिखी. मयंक को भी इसका अंदाजा था, इसलिए उन्होंने रिव्यू तक नहीं लिया.
पहली पारी में अच्छा अर्धशतक जड़ने वाले पृथ्वी शॉ ने हर बार की तरह अपने आक्रामक अंदाज में शुरुआत की. लेकिन एक बार फिर शॉर्ट बॉल को न खेल पाने की उनकी कमी सामने आई और टिम साउदी की गेंद पर वो कीपर वॉटलिंग को आसान कैच दे बैठे. पृथ्वी ने 14 रन बनाए.
पहले टेस्ट में बेअसर रहे मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने क्राइस्टचर्च में वापसी की. इससे एक उम्मीद जगी थी कि शायद बैटिंग में कप्तान कोहली भी इस दौरे का अंत जोरदार अंदाज में करेंगे.
कोहली ने शुरुआत अच्छी की और पिछली तीनों पारियों की तरह वो अच्छे टच में नजर आए भी, लेकिन एक बार फिर वो कीवी गेंदबाजों के प्लान में फंस गए. लगातार आउट स्विंग गेंदों के बाद कॉलिन डि ग्रांडहोम की एक गेंद हल्की सी इनस्विंग हुई और कोहली (14) पूरी तरह उससे चूक गए और फिर LBW हो गए.
कोहली की हताशा साफ दिख रही थी और उन्होंने रिव्यू लेने की जरूरत भी नहीं समझी. कोहली इस सीरीज की 4 पारी में सिर्फ 38 रन ही बना पाए. कोहली का सबसे बड़ा स्कोर सिर्फ 19 रन रहा.
कोहली के बाद क्रीज पर आए अजिंक्य रहाणे. कोहली की तरह रहाणे भी इस सीरीज में संघर्ष ही करते दिखे. रहाणे का ये संघर्ष इस पारी में भी जारी रहा. काइल जैमिसन और नील वैग्नर ने लगातार उन्हें शॉर्ट बॉल से परेशान किया.
एक बार डि ग्रांडहोम ने उनका आसान कैच भी छोड़ा, जबकि दो बार गेंद रहाणे के हेलमेट में भी लगी. करीब एक घंटे तक क्रीज पर रहने के बावजूद रहाणे (7) कभी भी सहज नहीं लगे और वैग्नर की शॉर्ट गेंद को पुल करने की कोशिश में गेंद विकेट पर खेल बैठे.
जल्द ही बोल्ट ने भारत की आखिरी बड़ी उम्मीद को भी खत्म कर दिया. बाएं हाथ के बोल्ट ने राउंड द विकेट आकर क्रीज के बिल्कुल कोने से गेंद डाली. गेंद अंदर की ओर एंगल बनाती हुई आई और पुजारा (24) के बैट-पैड के बीच से निकल कर विकेट पर जा लगी.
छा गए भारतीय गेंदबाज
इससे पहले भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड की पहली पारी 235 रन पर समेट दी. इसके साथ ही भारत को 7 रन की बढ़त मिल गई. हालांकि भारत की ये बढ़त और भी ज्यादा हो सकती थी, लेकिन न्यूजीलैंड के टेलएंडर्स ने 82 रन जोड़ डाले, जिससे न्यूजीलैंड, भारतीय स्कोर के बेहद करीब पहुंच पाया.
भारत के लिए मोहम्मद शमी ने सबसे ज्यादा विकेट (4/81) लिए. वहीं जसप्रीत बुमराह को 3, रविंद्र जडेजा 2 और उमेश यादव को भी 1 विकेट मिला.
न्यूजीलैंड ने रविवार 1 मार्च को टेस्ट मैच के दूसरे दिन अपने पिछले स्कोर 63/0 से आगे खेलना शुरू किया. दिन के तीसरे ही ओवर में भारत को पहली सफलता मिल गई. उमेश यादव ने ब्लंडेल को LBW कर दिया. इस तरह भारत को पहली सफलता हासिल हुई.
3 ओवर के बाद ही भारत को बड़ी राहत मिली. बुमराह ने कप्तान विलियमसन को को टिकने का मौका नहीं दिया और विकेटकीपर पंत के हाथों कैच करवा दिया.
पहले दिन बिना किसी परेशानी के बिना विकेट खोए 63 रन बनाने वाले न्यूजीलैंड को दूसरे दिन लगे शुरुआती झटकों ने परेशानी में डाल दिया. हालांकि टॉम लैथम दूसरी छोर से डटे थे और उनका साथ देने के लिए रॉस टेलर आए.
दोनों ने भारतीय गेंदबाजों का डटकर सामना किया और करीब घंटे पर क्रीज पर जमे रहे. टेलर और लैथम के बीच साझेदारी बढ़ती गई और न्यूजीलैंड ने 100 रन भी पूरे किए. जिस वक्त ये पार्टनरशिप बड़ी होने लगी थी, तभी भारत को सफलता मिल ही गई.
रविंद्र जडेजा की गेंद को लॉन्ग ऑन पर खेलने की कोशिश में टेलर बॉल को ऊंचा मार बैठे. प्वाइंट गेंद प्वाइंट की ओर ऊंची उठ गई, जहां उमेश यादव ने पीछे की ओर दौड़ते हुए बेहतरीन कैच लपका.
यहां से भारतीय गेंदबाजों ने मैच अपनी पकड़ मजबूत कर ली. इस बीच टॉम लैथम ने अपना अर्धशतक पूरा किया. हालांकि इसके बाद वो ज्यादा देर नहीं टिक सके.
मोहम्मद शमी की ऑफ स्टंप के बाहर पड़ी गेंद को उन्होंने छोड़ना चाहा, लेकिन गेंद अंदर की ओर आई और उनका ऑफ स्टंप उखड़ गया. लैथम ने 52 रन बनाए.
शमी ने अपने अगले ही ओवर में हेनरी निकोल्स (14) को भी चलता किया. कोहली ने दूसरी स्लिप में आगे की ओर डाइव लगाते हुए एक कमाल का कैच पकड़ा और लंच से पहले भारत ने न्यूजीलैंड का पांचवा विकेट भी चटका दिया.
टेल एंडर्स ने फिर किया परेशान
वेलिंग्टन टेस्ट में भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के आखिरी के बल्लेबाजों ने बेहद परेशान किया था और अहम साझेदारियां की थीं, जो आखिर में बड़ा अंतर साबित हुईं. वही एक बार फिर क्राइस्टचर्च में भी हुआ.
लंच के बाद भारतीय टीम ने शानदार शुरुआत की. तीसरे ही ओवर में बुमराह ने 2 विकेट झटक डाले. बुमराह ने पहले बीजे वॉटलिंग (0) को आउट किया. प्वाइंट पर खड़े जडेजा ने वॉटलिंग का शानदार कैच लपका.
इसी ओवर में बुमराह ने टिम साउदी (0) को भी पंत के हाथों कैच करवा दिया. न्यूजीलैंड ने 153 रन तक अपने 7 विकेट गंवा दिए थे.
यहां से न्यूजीलैंड के लोअर ऑर्डर ने फिर भारत को परेशान करना शुरू कर दिया. डि ग्रांडहोम के साथ मिलकर पहले जैमिसन ने 24 रन की साझेदारी की. 177 के स्कोर पर ग्रांडहोम के आउट होने के बाद नील वैग्नर आए.
यहां से जैमिसन ने नील वैग्नर के साथ मिलकर भारतीय गेंदबाजों को परेशान करना शुरू कर दिया. हालांकि इसमें हनुमा विहारी का भी ‘योगदान’ रहा, जिन्होंने 194 के स्कोर पर वैग्नर का कैच टपका दिया. इसका नतीजा ये रहा हुआ कि दोनों की पार्टनरशिप बड़ी होती गई.
दोनों ने पहले टीम को 200 रन के पार पहुंचाया और फिर भारतीय टीम के स्कोर के बेहद करीब ले गए. दोनों ने आठवें विकेट के लिए 51 रन की साझेदारी की.
‘सुपरमैन’ जडेजा
दोनों सेशन में अच्छी गेंदबाजी के बावजूद भारतीय बॉलर्स को न्यूजीलैंड के आखिरी विकेट निकालने में मशक्कत करनी पड़ी. टीम को कुछ स्पेशल एफर्ट की जरूरत थी. वो एफर्ट आया रविंद्र जडेजा की ओर से.
जडेजा पहले ही इस पारी में एक विकेट और एक कमाल का कैच ले चुके थे, लेकिन काम अभी बाकी था.
जडेजा ने पहले शानदार लेग ब्रेक पर ग्रांडहोम (26) को बोल्ड कर टीम को राहत दिलाई. मिडिल स्टंप पर पड़ी गेंद तेजी से टर्न हुई और ग्रांडहोम लाइन से चूक गए और बोल्ड हो गए.
इसके बाद दिखा जडेजा का असली जादू. वैग्नर और जैमिसन के बीच खतरनाक पार्टनरशिप हो चली थी और विकेट की सख्त जरूरत थी. मोहम्मद शमी ने वैग्नर को आउट कर इसे तोड़ा, लेकिन सही मायनों में ये विकेट था जडेजा का.
शमी की शॉर्ट बॉल को वैग्नर ने पुल किया, लेकिन डीप स्क्वेयर लेग पर खड़े रविंद्र जडेजा एक कदम पीछे हटे और हवा में उछल गए. पीछे की तरफ गिरते हुए उन्होंने एक हाथ से ही शानदार कैच ले लिया.
इसके बाद भारत को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा और 7 रन बाद ही जैमिसन भी शमी का शिकार बने. शमी ने एक और शॉर्ट बॉल डाली, जिसे जैमसिन सही से हुक नहीं कर पाए. ऋषभ पंत ने फाइन लेग की ओर दौड़कर डाइव लगाई और अच्छा कैच लिया. जैमिसन अपने पहले अर्धशतक से चूक गए और 49 रन बनाकर आउट हुए.
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