साउथ अफ्रीका के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम क्लीन स्वीप से सिर्फ 2 विकेट दूर है. रांची में चल रहे तीसरे और आखिरी टेस्ट मैच के तीसरे दिन सोमवार 21 अक्टूबर को साउथ अफ्रीका ने फॉलोऑन खेलते हुए दूसरी पारी में भी 8 विकेट गंवा दिए हैं. दिन का खेल खत्म होने तक साउथ अफ्रीका दूसरी पारी में सिर्फ 132 रन ही बना सका है. पारी की हार टालने के लिए उसे अभी भी 203 रन की जरूरत है.
टी-ब्रेक से पहले उमेश की बाउंसर से घायल हुए डीन एल्गर की जगह आए थेयुनस डि ब्रूयन (30) और एनरिख नॉर्खिया क्रीज पर जमे हुए हैं. दोनों ने मिलकर हार को चौथे दिन के लिए टाल दिया.
भारत की ओर से एक बार फिर तेज गेंदबाजों ने अपना जलवा दिखाया. मोहम्मद शमी ने 3 विकेट लिए हैं जबकि उमेश यादव को 2 विकेट मिले हैं. रविंद्र जडेजा ने भी एक विकेट हासिल किया है. वहीं रविचंद्रन अश्विन ने भी मैच में आखिर अपना पहला विकेट निकाल ही लिया.
फॉलोऑन के बाद भी वही हाल
मैच के तीसरे दिन दूसरे सेशन में ही साउथ अफ्रीकी टीम सिर्फ 162 रन पर ढेर हो गई. भारतीय कप्तान विराट कोहली ने 335 रन की बढ़त को देखते हुए साउथ अफ्रीका को फॉलोऑन खेलने के लिए बुलाया.
लेकिन एक बार फिर भारत के तेज गेंदबाजों ने अपनी सटीक लाइन और लेंग्थ से अफ्रीकी बल्लेबाजों को घुटनों पर ला दिया.
दूसरे ही ओवर में उमेश यादव ने क्विंटन डि कॉक (5) को बोल्ड कर दिया. यादव की गेंद पर डि कॉक का ऑफ स्टंप जमीन से उखड़ गया. अगले ही ओवर में मोहम्मद शमी ने बेहतरीन गेंद पर जुबैर हमजा (0) को बोल्ड कर दिया. ये गेंद कुछ वैसी ही थी, जिस पर उमेश यादव ने सुबह के सेशन में फाफ डु प्लेसि को बोल्ड किया था.
जल्द ही शमी ने कप्तान फाफ डु प्लेसि (4) को भी एलबीडब्लू आउट कर सिर्फ 18 रन पर साउथ अफ्रीका के टॉप ऑर्डर को पवेलियन लौटा दिया. हालांकि डु प्लेसि ने फैसले के खिलाफ रिव्यू लिया, लेकिन टीवी अंपायर ने भी फैसला भारत के पक्ष में दिया और अफ्रीका का रिव्यू भी खराब हुआ.
इसके बाद आए टेम्बा बावुमा (0) भी कुछ नहीं कर सके और पारी में मोहम्मद शमी का तीसरा शिकार बने.
उमेश की बाउंसर पर एल्गर चोटिल
इस दौरान उमेश यादव की एक शॉर्ट पिच गेंद को डीन एल्गर सही से छोड़ नहीं पाए और गेंद उनके हेल्मेट पर लगी, जिससे एल्गर पिच पर ही लड़खड़ा गए. इसके कारण अंपायरों ने टी-ब्रेक का ऐलान कर दिया.
टी-ब्रेक के बाद एल्गर दोबारा बल्लेबाजी करने नहीं आए और रिटायर्ड हर्ट हो गए. ऐसे में हेनरिख क्लासन को बल्लेबाजी के लिए भेजा गया. अपना पहला ही टेस्ट खेल रहे क्लासन का डेब्यू बिल्कुल भी अच्छा नहीं रहा और वो दूसरी पारी में भी वो सिर्फ 5 रन बनाकर उमेश यादव का दूसरा शिकार बने. सिर्फ 36 रन पर ही साउथ अफ्रीका ने अपने 5 विकेट गंवा दिए.
यहां से पहली पारी में अच्छी धैर्य भरी बल्लेबाजी करने वाले जॉर्ज लिंडा ने एक बार फिर संभली हुई पारी खेली. लिंडा ने डेन पीट के साथ मिलकर 12 ओवर तक बल्लेबाजी की और 31 रन की साझेदारी की.
हालांकि एक सिंगल लेने की कोशिश में ये साझेदारी टूट गई. शाहबाज नदीम का सीधा थ्रो नॉन-स्ट्राइकर्स एंड में विकेट पर लगा और जॉर्ज लिंडा 27 रन बनाकर आउट हो गए.
इसके बाद रविंद्र जडेजा ने बहुत देर तक धैर्य से खेल रहे डेन पीट को आखिर पवेलियन भेज ही दिया. पीट का धैर्य जवाब दे गया और उन्होंने जडेजा की गेंद पर आगे बढ़ कर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश की लेकिन बोल्ड हो गए. पीट ने 23 रन बनाए.
जल्द ही कगिसो रबाडा भी आउट हो गए और मैच में आर अश्विन का पहला शिकार बने.
पहली पारी में साउथ अफ्रीका का सरेंडर
इससे पहले मैच के तीसरे दिन सोमवार 21 अक्टूबर को साउथ अफ्रीका की पहली पारी सिर्फ 162 रन पर सिमट गई. इसके साथ ही भारत ने 335 रन की बढ़त हासिल कर ली. भारतीय कप्तान विराट कोहली ने साउथ अफ्रीका को फॉलोऑन के लिए बुलाया है. भारत के लिए उमेश यादव ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए, जबकि मोहम्मद शमी, शाहबाज नदीम और रविंद्र जडेजा को 2-2 विकेट मिले.
साउथ अफ्रीका के लिए सबसे ज्यादा रन जुबैर हमजा ने बनाए, जिन्होंने 62 रनों की पारी खेली. हमजा के अलावा जॉर्ज लिंडा (37) और टेम्बा बावुमा (32) ही कुछ संघर्ष कर सके.
साउथ अफ्रीका के लिए दिन की शुरुआत अच्छी नहीं रही. कप्तान फाफ डु प्लेसि और जुबैर हमजा ने पारी को 9 रन से आगे बढ़ाना शुरू किया.
लेकिन दिन की पांचवी ही गेंद पर उमेश यादव ने भारत को सफलता दिलाई. उमेश की खूबसूरत गेंद मिडिल स्टंप पर पिच होने के बाद आखिरी वक्त पर बाहर के लिए निकली और डु प्लेसि का ऑफ स्टंप उड़ गया.
हमजा ने अपना खाता खोला और फिर भारतीय गेंदबाजों से अकेले जूझते रहे. हमजा को टीम के उप-कप्तान टेम्बा बावुमा का कुछ साथ मिला और दोनों ने कुछ हद तक टीम को संभाला.
इस दौरान हमजा ने बिना खतरा लिए हुए आक्रामक पारी खेली और सिर्फ 56 गेंद में अपना पहला टेस्ट अर्धशतक जड़ा. हमजा ने खासतौर पर अश्विन को निशाना बनाया और कवर ड्राइव-स्क्वेयर कट की मदद से बाउंड्री बटोरी. अश्विन की ही गेंद पर छक्का जड़कर अपनी फिफ्टी भी पूरी की.
हमजा ने बावुमा के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 91 रनों की साझेदारी की. उस वक्त ऐसा लग रहा था कि साउथ अफ्रीका मुश्किल हालात से बाहर निकल जाएगा, लेकिन जल्द भी भारत को सफलता हाथ लगी.
रविंद्र जडेजा ने 107 के स्कोर पर हमजा को बोल्ड कर इस साझेदारी को तोड़ा. हमजा ने 79 गेंद में 10 चौके और एक छ्क्के की मदद से 62 रन बनाए. यहां से साउथ अफ्रीका संभल नहीं पाया. अगले ही ओवर में बावुमा (32) भी आउट हो गए.
अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे शाहबाज नदीम ने अपनी स्पिन से बावुमा को पवेलियन भेजा. ऋद्धिमान साहा ने उन्हें स्टम्पिंग करने में कोई गलती नहीं की और साउथ अफ्रीका को पांचवां झटका दिया. इसी के साथ नदीम ने टेस्ट में अपना विकेट का खाता खोला.
लेकिन अफ्रीका बल्लेबाज हेनरिख क्लासन का डेब्यू अच्छा नहीं रहा और सिर्फ 6 रन ही बना सके. जडेजा ने उन्हें 119 के स्कोर पर बोल्ड किया. लंच तक साउथ अफ्रीका ने सिर्फ 129 रन पर ही अपने 6 विकेट गंवा दिए.
लंच के बाद भी हालात में कोई बदलाव नहीं हुआ और मोहम्मद शमी ने दूसरे सेशन के पहले ही ओवर में डेन पीट (4) को आउट कर साउथ अफ्रीका 7वां विकेट निकाल लिया. अगले ही ओवर में कगिसो रबाडा (0) भी रन आउट हो गए.
फिलहाल जॉर्ज लिंडा और एनरिख नॉर्खिया ने काफी देर तक टीम के लिए किया. लिंडा (37) ने कुछ अच्छे शॉट लगाए और रन बटोरे. आखिरकार उनकी पारी का भी अंत हुआ और उमेश ने भारत को 9वीं सफलता दिलाई.
अगले ही ओवर में नदीम ने नॉर्खिया (4) को आउट कर साउथ अफ्रीका को 162 रन पर ऑल आउट कर दिया. 335 रन की बढ़त के साथ ही विराट कोहली ने साउथ अफ्रीका को दोबारा बैटिंग के लिए बुलाया.
इससे पहले भारत ने रविवार 20 अक्टूबर को अपनी पहली पारी 497 रन पर घोषित कर दी थी. इसके जवाब में मोहम्मद शमी और उमेश यादव ने साउथ अफ्रीका के दोनों ओपनरों को जल्दी आउट कर दिया था.
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