एंटीगुआ में भारत और वेस्टइंडीज के बीच पहले टेस्ट का पहला दिन बारिश के कारण वक्त से पहले ही खत्म हो गया. स्टंप्स के वक्त भारत ने 6 विकेट खोकर 203 रन बना लिए थे. ऋषभ पंत 20 और रविंद्र जडेजा 3 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए हैं.
अजिंक्य रहाणे के 81 रन ने भारत को खराब शुरुआत से उबारा और टीम 200 तक पहुंच पाई. रहाणे के अलावा केएल राहुल (44) और हनुमा विहारी (32) ने भी जरूरी योगदान दिया.
सिर्फ 25 रन पर तीन विकेट गंवाने के बाद पहले राहुल और रहाणे ने महत्वूपर्ण साझेदारी कर भारत को मुश्किल से बाहर निकाला. उसके बाद रहाणे और विहारी ने भारत को सम्मानजनक स्थिति में पहुंचाया.
लंबे समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे ने मुश्किल हालात में अच्छी पारी खेली, लेकिन अपना 10वां शतक लगाने से चूक गए, जबकि राहुल भी अपनी फिफ्टी पूरी नहीं कर पाए.
भारत और वेस्टइंडीज के बीच 2 मैचों की टेस्ट सीरीज का ये पहला टेस्ट है. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के तहत दोनों टीमों का पहला टेस्ट है.
टॉस से टॉप ऑर्डर तक- खराब शुरुआत
इससे पहले नॉर्थ साउंड के सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में भारतीय कप्तान विराट कोहली टॉस हार गए. वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया.
अपना तीसरा ही टेस्ट खेल रहे ओपनर मयंक अग्रवाल ज्यादा देर नहीं टिक पाए. मैच के पांचवे ओवर में ही केमार रोच की खूबसूरत आउट स्विंग गेंद पर उनके बल्ले का किनारा लगा और विकेटकीपर शाई होप ने उनका कैच ले लिया. हालांकि अंपायर ने इसे नॉट आउट दिया लेकिन वेस्टइंडीज ने इस पर रिव्यू लिया, जिसमें थर्ड अंपायर ने मयंक को आउट दे दिया. मयंक सिर्फ 5 रन बना पाए.
मयंक के आउट होने के बाद क्रीज पर आए चेतेश्वर पुजारा भी ज्यादा देर नहीं टिक पाए और उसी ओवर में केमार रोच का शिकार हो गए. पुजारा भी विकेट के पीछे कीपर शाई होप के हाथों कैच आउट हुए. पुजारा ने सिर्फ 2 रन बनाए.
टीम की सारी उम्मीदें कप्तान विराट कोहली और केएल राहुल पर आकर टिक गईं, लेकिन कप्तान भी कुछ कमाल नहीं कर पाए. 25 के स्कोर पर कोहली को शेनन गैब्रिएल ने आउट कर दिया. कोहली ने 2 चौकों की मदद से सिर्फ 9 रन बनाए.
रहाणे की ‘वापसी’, राहुल-विहारी भी टिके
3 विकेट जल्दी ही गिरने के बाद टीम के उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे क्रीज पर आए. उनके साथ थे केएल राहुल.
पिछले कुछ वक्त से टेस्ट क्रिकेट में अपनी फॉर्म के लिए संघर्ष कर रहे राहुल और अजिंक्य रहाणे ने यहां से टीम को संभाला. दोनों ने संभल कर खेला और विंडीज गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया. दोनों ने मिलकर लंच तक टीम का स्कोर 68 रन तक पहुंचाया.
भारत ने लंच के बाद तीन विकेट पर 68 रन से आगे खेलना शुरू किया. लोकेश राहुल ने 37 और अजिंक्य रहाणे ने अपनी पारी को 10 रन से आगे बढ़ाया. राहुल अपना अर्धशतक पूरा नहीं कर पाए और 44 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए.
राहुल ने 97 गेंदों का सामना किया, जिसमें उन्होंने पांच चौके लगाए. राहुल के आउट होने के बाद रहाणे और विहारी ने चाय काल तक भारत को और कोई झटका नहीं लगने दिया.
इस मैच में रहाणे के प्रदर्शन पर सबकी निगाहें थीं. रहाणे लगातार पिछले कुछ वक्त से टेस्ट क्रिकेट में फेल हो रहे थे. ऐसे में उन्होंने लड़खड़ाती भारतीय पारी को भी संभाला.
चाय से ठीक पहले रहाणे ने अपने करियर का 18वां अर्धशतक लगाया. रहाणे ने हनुमा विहारी के साथ मिलकर भारत को 150 के पार पहुंचाया. रहाणे बीच-बीच में कई खूबसूरत शॉट्स भी लगाए. वहीं हनुमा विहारी ने भी रहाणे का अच्छा साथ दिया. दोनों ने मिलकर पांचवे विकेट के लिए 82 रन की साझेदारी भी की.
हालांकि विहारी अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने में नाकाम रहे और केमार रोच का ही शिकार बने. अपनी पारी में विहारी ने 5 चौके लगाए. विहारी रोच का तीसरा शिकार थे.
रहाणे भी इसके बाद ज्यादा देर नहीं टिके और अपने 10वें टेस्ट शतक से चूक गए. रहाणे ने शेनन गैब्रिएल की गेंद को खेलने की कोशिश की लेकिन अंदरूनी किनारा लेकर गेंद उनके विकेट पर जा लगी. अपनी 81 रन की पारी में रहाणे ने 10 चौके लगाए.
वेस्टइंडीज के लिए तेज गेंदबाज केमार रोच ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए, जबकि गैब्रिएल ने 2 और रोस्टन चेस ने एक विकेट लिया.
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