दुबई (Dubai) में खेले जा रहे T20 वर्ल्ड कप (T20WorldCup) में भारत (India) बनाम नामिबिया (Namibia) का मैच भले ही भारतीय क्रिकेट टीम के लिए महज एक औपचारिक मैच हो, लेकिन भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए मैच बेहद खास है.
ये मैच भारतीय क्रिकेट टीम के लिए महज औपचारिक मैच इसलिए है क्योंकि भारत पहले ही विश्व कप की दौड़ से बहार हो चुका है, वहीं क्रिकेट फैंस के लिए ये मैच इसलिए खास है क्योंकि भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) का बतौर कप्तान T20 क्रिकेट में यह आखरी मैच है.
भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच रवि शास्त्री का भी बतौर कोच ये आखरी मैच होगा.
कोहली ने वर्ल्ड कप से पहले किया था ऐलान
भारतीय क्रिकेट टीम और भारतीय क्रिकेट फैंस इस लम्हे के लिए काफी पहले से ही तैयार थे क्योंकि विराट कोहली काफी पहले ही T20 क्रिकेट और आईपीएल में कप्तानी छोड़ने की घोषणा कर चुके थे. मतलब वर्ल्ड कप का नतीजा अगर अलग भी होता तो भी कोहली इस वर्ल्ड कप के बाद T20 क्रिकेट में कप्तानी नहीं करते.
विराट कोहली ने 16 सितंबर को सोशल मीडिया पर टी-20 फॉरमेट में भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी छोड़ने की घोषणा की थी. और उसके कुछ दिनों बाद ही 19 सितंबर को विराट कोहली ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर अपनी आईपीएल (IPL) टीम आरसीबी (RCB) की भी कप्तानी छोड़ने की घोषणा की थी.
विराट कोहली कैसे बने कप्तान ?
क्रिकेट के जानकार चंद्रेश नारायण के अनुसार महेंद्र सिंह धोनी के अचानक रिटायरमेंट लेने के बाद विराट कोहली ने भारत की टेस्ट टीम की कप्तानी संभाली थी. 2014-15 में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थी. कोहली को पहली बार वैकल्पिक रूप से कप्तानी की जिम्मेदारी दी गई थी. इस दौरान एक असंभव लक्ष्य को करीब-करीब हासिल कर कोहली ने अपने आक्रामक रुख का संकेत दे दिया था.
तब धोनी की कप्तानी में दो और टेस्ट मैच होने के बाद, कोहली अपने फॉर्म में दिखने लगे थे. फिर एमएस धोनी ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया और इसके साथ ही भारतीय टीम को एक नया कप्तान मिल गया. उसके बाद से भारतीय टेस्ट क्रिकेट में कोहली के दौर की शुरुआत हो गई.
बतौर कप्तान कैसा रहा कोहली का सफर?
बतौर कप्तान विराट कोहली ने T20 क्रिकेट में अब तक कुल 49 मैच खेले हैं, जिनमें से उनको 29 मैच में जीत और 16 मैच में शिकस्त हासिल हुई है, बाकी पांच मैच किसी कारणवश रद्द , टाई या ड्रा हुए. T20 क्रिकेट में बतौर कैप्टन विराट कोहली की औसतन जीत 63 प्रतिशत रही है.
विराट कोहली की कप्तानी में भारत लगातार 42 महीनों तक टेस्ट में नंबर वन बना रहा. इससे पहले भारत किसी कप्तान के नेतृत्व में इतने लंबे समय तक टेस्ट में नंबर वन नहीं रहा था. टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज भी विराट कोहली ही हैं.
विराट ने कप्तान के रूप में 51 टेस्ट में 63.69 की औसत से 4,968 रन बना लिए हैं. भारतीय कप्तान के तौर पर टेस्ट में सबसे ज्यादा रन का रिकॉर्ड है.
बतौर कप्तान विराट कोहली का प्रदर्शन शानदार रहा है लेकिन विराट कोहली को भी मुकम्मल जहां हासील ना हो सका, विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय क्रिकेट टीम ICC वर्ल्ड कप और अब T20 वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुंच पाने में नाकाम रही. इसके अलावा भी कई अन्य बड़े मुकाबलों में विराट कोहली को सिर्फ नाकामी ही हासिल हुई.
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