भारत के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. 2007 के टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत की जीत के हीरो और मैन ऑफ द मैच रहे पठान ने शनिवार 4 जनवरी को संन्यास का ऐलान किया. इरफान ने दिसंबर 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज से अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज किया था.
2004 से 2008 के बीच इरफान भारतीय टीम का अहम हिस्सा थे और एक अच्छे ऑलराउंडर के लिए जूझ रही टीम इंडिया की उस कमी को पूरा कर चुके थे, लेकिन उसके बाद फॉर्म में गिरावट और लगातार चोट से जूझने के कारण वो धीरे-धीरे टीम से बाहर होते गए और फिर उन्हें दूसरा मौका नहीं मिल पाए.
इरफान ने भारत के लिए अपना आखिरी टेस्ट 2008 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ अहमदाबाद में खेला था, जबकि 2012 में उन्होंने आखिरी वनडे और टी20 खेला था.
करीब 9 साल के अपने करियर में इरफान ने भारत के लिए 28 टेस्ट, 120 वनडे और 24 टी20 मैच खेले और 301 अंतरराष्ट्रीय विकेट लिए. वहीं बाएं हाथ के इस गेंदबाज ने बल्ले से भी अपना कमाल दिखाया. इरफान ने करियर में 2,821 रन बनाए, जिसमें 1 टेस्ट शतक भी शामिल है.
कराची टेस्ट के हैट्रिक हीरो
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसकी ही जमीन पर टेस्ट और वनडे करियर की शुरुआत करने वाले इरफान पठान ने अपनी पहली ही सीरीज से सबको प्रभावित कर दिया था.
शुरुआत में लगातार 140 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करना और उसके साथ ही कमाल की स्विंग ने उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम में बेहद अहम हिस्सा बना दिया था. 2004 के पाकिस्तान दौरे पर उन्होंने टेस्ट और वनडे, दोनों ही सीरीज में धमाल मचाया.
इस दौरान पठान बल्ले से भी अपना कमाल किए जा रहे थे. वो घर-घर में जाना-पहचाना नाम बन चुके थे और इस नाम को और शोहरत मिली 2006 के पाकिस्तान दौरे से.
भारत और पाकिस्तान के बीच कराची में टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच था. पहले 2 टेस्ट ड्रॉ रहे थे और ये मैच अहम था. भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था.
इस वक्त तक इरफान भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के मुखिया बन चुके थे. पहला ओवर कराने आए भारत के ‘स्विंग किंग’ इरफान ने ओवर की चौथी गेंद पर सलमान बट्ट को पहली स्लिप में राहुल द्रविड़ के हाथों कैच करा दिया.
अगली 2 गेंदों में पठान ने अपनी शानदार इन-स्विंग का जादू दिखाया. रफ्तार ज्यादा नहीं थी, लेकिन स्विंग ऐसी कि यूनिस खान और मोहम्मद यूसुफ जैसे दिग्गज गच्चा खा गए. पांचवी गेंद पर पठान ने यूनिस को LBW किया और अगली ही गेंद पर यूसुफ के पैड और बल्ले के बीच से गेंद निकलते हुए स्टंप्स पर जा लगी.
पठान टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय गेंदबाज बन गए थे. इस पारी में पठान ने 5 विकेट लिए थे. हालांकि भारतीय टीम ये मैच हार गई, लेकिन पठान का ये करिश्मा और हवा में घूमती हुई गेंद हमेशा के लिए भारतीय फैंस के दिलो-दिमाग पर छा गए.
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