मुंबई इंडियंस ने चौथी बार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के खिताब पर कब्जा कर लिया है. मुंबई ने 12वें सीजन के फाइनल मुकाबले में चेन्नई सुपरकिंग्स को 1 रन से हरा दिया. इसी के साथ मुंबई ने एक बार फिर चेन्नई को फाइनल जीतने से रोक दिया. ये चौथी बार था तब चेन्नई और मुंबई फाइनल खेल रही थीं जिसमें से तीन बार मुंबई को जीत मिली है.
चेन्नई के गेंदबाजों ने मुंबई को 20 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 149 रनों पर रोक दिया था. चेन्नई के लिए आखिरी ओवर तक सब सही जा रहा था लेकिन शेन वॉट्सन (80) के रन आउट होने से बाजी पलट गई. आखिरी गेंद पर चेन्नई को जीत के लिए दो रन चाहिए थे. लसिथ मलिंगा ने इसी गेंद पर शार्दुल ठाकुर को lbw आउट करा मुंबई के खाते में चौथा आईपीएल खिताब डाला. चेन्नई 20 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 148 रन ही बना सकी.
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आखिरी गेंद अपनी विकेट वाली गेंद फेंकी: मलिंगा
मैच के बाद मलिंगा ने कहा, "आखिरी गेंद पर मैंने सोचा था कि अगर उन्हें एक रन मिल गया तो यह सुपर ओवर होगा, लेकिन मैं अपनी टीम को जिताना चाहता था और इसलिए मैंने अपनी वो गेंद फेंकी जिस पर मुझे विकेट मिलता है."
चार ओवरों में सिर्फ 14 रन देकर दो विकेट लेने वाले जसप्रीत बुमराह ने कहा-
हम आखिरी में शांत रहना चाहते थे क्योंकि इस तरह की स्थिति पुणे में 2017 में भी आई थी. इस सीजन हमें हमेशा अपनी टीम पर भरोसा था. हमें हर खिलाड़ी पर भरोसा था. हमारी टीम में अपने दिन हर खिलाड़ी मैच विजेता बन सकता है.
कीरॉन पोलार्ड ने कहा-
इस तरह के मैचों में आप अच्छा करना चाहते हो. दुनिया ऐसे मैचों को याद रखती है. कई फाइनल मैचों में खेलकर मुझे जो अनुभव मिला है उससे मैं कह सकता हूं कि दूसरी पारी खेलने वाली टीम पर दबाव होता है. बुमराह और मलिंगा ने जिस तरह आखिरी के दो ओवर निकाले वो शानदार रहे.