देश में आम चुनाव का वक्त है. आईपीएल भी किसी चुनाव से कम नहीं. हर टीम में टीम इंडिया के खिलाड़ी हैं. इसलिए हर टीम अपनी लगती है. कोई चेन्नई के लिए नारे लगाता है. कोई मुंबई का झंडा लेकर घूम रहा है. दिल्ली और बैंगलोर जैसी टीमें भी हैं जो कभी आईपीएल जीती नहीं लेकिन उनके फैंस का जोश इस बार सातवें आसमान पर है. उन्हें लगता है कि इस बार उनकी किस्मत भी बदलेगी. 23 तारीख को पहले मैच के साथ ही जीत-हार के शुरुआती रूझान आने लगे हैं. पहले ये शुरुआती रूझान जान लेते हैं. फिर इन पर विस्तार से बात करेंगे.
क्या कहते हैं IPL के शुरुआती रूझान
- स्पिन गेंदबाजों का बोलबाला
- पॉवर ‘हिटर्स’ कराएंगे पैसा वसूल
- बाएं हाथ के बल्लेबाज हावी
- कैरेबियाई क्रिकेटर्स का कमाल
अब एक तरफ से देखते हैं. इस सीजन के पहले ही मैच में स्पिन गेंदबाजों ने बल्लेबाजों को खूब नचाया. हरभजन सिंह, इमरान ताहिर और रवींद्र जडेजा ने विराट कोहली की आरसीबी को 70 रन पर समेट दिया. पहले मैच में 13 विकेट गिरे जिसमें से दस स्पिनर्स लिए. इस मौसम में पिच से मिलने वाली मदद के दम पर स्पिनर्स बल्लेबाजों को राहत की सांस नहीं लेने देंगे. मजेदार बात ये है कि राशिद खान, शाकिब अल हसन जैसे जबरदस्त स्पिनर्स अभी शुरूआती रूझान में पीछे चल रहे हैं लेकिन आने वाले मैचों में उनकी शानदार वापसी तय है.
पॉवर ‘हिटर्स’ कराएंगे पैसा वसूल
आईपीएल के पहले मैच में जब आरसीबी सत्तर रन पर ही सिमट गई तो पिच की आलोचना हुई. चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी तक ने कहा कि ऐसी पिचों पर रन बनाना मुश्किल है. कई लोगों ने यहां तक कहा कि अगर ये अंतर्राष्ट्रीय मैच होता तो निश्चित तौर पर इस पिच की शिकायत आईसीसी से हो जाती. इस आलोचना के पीछे की कहानी बड़ी साफ है.
आईपीएल में 99 फीसदी लोग चौके-छक्के देखने के लिए मैदान में जाते हैं. उन्हें गेंदबाजों की इनस्विंग, आउटस्विंग, यॉर्कर या गुगली में उतनी दिलचस्पी नहीं जितनी लंबे लंबे शॉट्स देखने में. भला हो कि पहले मैच के बाद बाकि के दो मैचों में फैंस को वो ‘एक्शन’ देखने को मिला. एक मैच में स्कोर दो सौ के करीब पहुंचा और दूसरे में दो सौ के पार. यानी क्रिकेट फैंस का पैसा वसूल.
बाएं हाथ के बल्लेबाज हावी
बाएं हाथ के बल्लेबाजों की आक्रामकता ही अलग होती है. उनके शॉट्स में एक ‘एलीगेंस’ होती है. अभी तक के रूझान में ऋषभ पंत ने सबसे आक्रामक और धाकड़ बल्लेबाजी की है. ऋषभ पंत दिल्ली की टीम में हैं. उन्होंने 27 गेंद पर 78 रनों की पारी खेली. इसमें सात चौके और सात छक्के शामिल थे.
इसके अलावा गेंद के साथ छेड़छाड़ की वजह से बैन झेलने के बाद मैदान में वापसी करने वाले डेविड वॉर्नर ने भी तूफानी पारी से मैदान में वापसी की. उन्होंने 53 गेंद पर 85 रनों की जबरदस्त पारी खेली. इसमें 9 चौके और 3 छक्के शामिल हैं.
कैरेबियाई क्रिकेटर्स का कमाल
कैरिबियन क्रिकेट में पिछले एक दशक से भी ज्यादा समय से खिलाड़ियों और बोर्ड में विवाद चल रहा है. कई बड़े कद के खिलाड़ियों को बीच में नेशनल टीम से ‘ड्रॉप’ तक कर दिया गया था. इसकी काट वहां के खिलाड़ियों ने निकाल ली. क्रिस गेल, कीरॉन पोलार्ड और ड्वेन ब्रावो जैसे खिलाड़ी हैं जो भले ही देश के लिए ना खेल रहे हैं लेकिन साल भर अलग अलग देशों की लीग में खेलते हैं. इससे उनका बैंक बैलेंस बढ़ता है. टी-20 लीग में इन खिलाड़ियों का ‘हुनर’ उन्हें टीम में जगह भी दिलाता है.
इस सीजन में भी वेस्टइंडीज के पुराने खिलाड़ियों के साथ-साथ हेटमायर जैसे नए खिलाड़ी भी शामिल हैं. कोलकाता के लिए आंद्रे रसेल ने जलवा दिखाया. उन्होंने सिर्फ 19 गेंदों पर 49 रन ठोंककर कोलकाता को जीत दिलाई. इसमें चार चौके और चार छक्के शामिल थे. पोलार्ड ने भी 13 गेंद पर 21 रन ठोंककर अपने इरादे साफ कर दिए हैं.
तो क्रिकेट के दीवानों आप चाहें तो इन रुझानों को जानने- समझने के बाद अपनी ‘हॉट फेवरिट’ टीम बदल भी सकते हैं. क्योंकि अगले करीब पचास दिन हर-हर क्रिकेट, घर-घर क्रिकेट का दौर है.
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