इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन की नीलामी आखिर पूरी हुई और सभी टीमों ने अपनी जरूरत के मुताबिक खिलाड़ियों को अपनी टीम में शामिल किया. एक तरफ पैट कमिंस सबसे महंगे खिलाड़ी बने, तो कई ग्लेन मैक्सवेल, क्रिस मॉरिस और शेल्ड्रन कॉटरेल को भी अच्छी बोली मिली.
हर बार की तरह ही इस बार भी ज्यादातर खिलाड़ियों को खाली हाथ ही लौटना पड़ा क्योंकि सिर्फ 73 खिलाड़ियों के स्लॉट्स खाली थे और उसमें भी सिर्फ 62 खिलाड़ियों पर ही टीमों ने पैसा खर्च किया.
इसमें से कई ऐसे बड़े नाम भी रहे जो एक वक्त अपने गेम से वैसे तो काफी नाम कमा चुके हैं, लेकिन इस बार उन्हें मायूस होना पड़ा.
यूसुफ पठान
राजस्थान रॉयल्स को 2008 में चैंपियंस बनाने वाली टीम का हिस्सा. फिर कोलकाता के साथ भी चैंपियनशिप पर कब्जा. लेकिन अब यूसुफ पठान के दिन पहले जैसे नहीं रहे.
एक दौर में पठान क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट के सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों में से एक थे. खासतौर पर आईपीएल में तो उनका अलग जलवा था. सबसे तेज शतक जड़ने वालों में से एक यूसुफ भी थे, लेकिन पिछले एक-दो सालों से वो उस लय में नहीं दिखे. नतीजा हुआ कि सनराइजर्स हैदराबाद ने उन्हें आखिर रिलीज कर दिया.
पठान के इसी फॉर्म कारण रही कि इस बार किसी टीम ने उन पर बोली लगाना सही नहीं समझा. साथ ही पठान का 1 करोड़ का बेस प्राइस भी उनकी फॉर्म के हिसाब से ज्यादा था.
मार्टिन गुप्टिल
वनडे क्रिकेट के बड़े बल्लेबाजों में से एक मार्टिन गुप्टिल को एक बार फिर कोई खरीदार नहीं मिला. पिछले सीजन में भी गुप्टिल खाली हाथ रहे थे, लेकिन डेविड वॉर्नर के जाने के बाद हैदराबाद की टीम ने उन्हें अपने साथ शामिल किया था.
हालांकि गुप्टिल का आईपीएल रिकॉर्ड भी कोई अच्छा नहीं है. अपने 13 पारियों में उन्होंने सिर्फ 270 रन ही बनाए हैं. उस पर से उनका बेस प्राइस 1 करोड़ रुपये था, जो किसी टीम को उनकी जरूरत के मुताबिक नहीं लगा.
शेई होप
शेई होप के रूप में वेस्टइंडीज के पास एक भरोसमंद बल्लेबाज है. विंडीज टीम को होप ने कई बार मुश्किल हालात से बचाया भी है. लेकिन आईपीएल में किसी टीम ने उन पर भरोसा नहीं जताया और 50 लाख के बेस प्राइस के बावजूद किसी ने उन पर दाव नहीं लगाया.
होप ने हाल ही में भारत के खिलाफ लगातार 2 वनडे मैचों में शानदार बल्लेबाजी की थी. एक शतक और एक अर्धशतक के साथ ही उन्होंने सबको प्रभावित किया, लेकिन आईपीएल टीमों को उनका ये प्रदर्शन प्रभावित नहीं कर सका.
वनडे और टेस्ट में शानदार बल्लेबाज होप अब तक टी20 में खुद को एक प्रभावी और विस्फोटक बल्लेबाज के तौर पर साबित नहीं कर पाए हैं, इसलिए उन्हें कोई खरीदार नहीं मिला.
टिम साउदी
न्यूजीलैंड के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक टिम साउदी को इस बार किसी टीम ने नहीं खरीदा. पिछले सीजन तक साउदी RCB का हिस्सा थे, लेकिन हर बार वो काफी महंगे साबित हुए और इसका नतीजा हुआ कि उन्हें टीम ने रिलीज कर दिया.
साउदी का केस भी मार्टिन गुप्टिल जैसा ही है. नेशनल टीम के लिए दोनों खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं, लेकिन आईपीएल में उनका प्रदर्शन भी उम्मीद के मुताबिक प्रभावी नहीं रहा.
एंजेलो मैथ्यूज
श्रीलंका के बड़े क्रिकेटरों में से एक मैथ्यूज को भी इस बार खाली हाथ लौटना पड़ा. श्रीलंका के सबसे भरोसमंद बल्लेबाज और पूर्व कप्तान मैथ्यूज को कोलकाता ने रिलीज किया था.
वनडे और टेस्ट में मैथ्यूज ने अपने प्रदर्शन के कारण अपनी अलग जगह वर्ल्ड क्रिकेट में बनाई है, लेकिन आईपीएल के पिछले सीजनों में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाका रहना भी मैथ्यूज को न खरीदे जाने का कारण बना. उसके ऊपर उनका 2 करोड़ का बेस प्राइस.
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